धनबाद। शहर के बैंक मोड़ टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित आरसी हाजरा मेमोरियल अस्पताल में भीषण आग लगने से डॉक्टर दंपति समेत पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति घायल हुआ है। सभी की मौत आग के धुंए के चलते दम घुटने से हुई है। दमकलकर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया है।
इस घटना में मृत लोगों में अस्पताल के संचालक डॉ विकास हाजरा (62), उनकी पत्नी डॉ प्रेमा हाजरा (56), इनकी मेड तारा देवी (70), शुभम खमारू (28) और शम्भू सिंघा (30) शामिल हैं। मृतकों में एक पालतू कुत्ता भी है, जो डॉक्टर दंपति के साथ ही रहा करता था। हादसे के दौरान अस्पताल में मौजूद सभी मरीज सुरक्षित हैं।
जानकारी के अनुसार शहर के जाने-माने हाजरा क्लिनिक एवं अस्पताल में शुक्रवार देर रात करीब एक बजे आग लग गई। अस्पताल परिसर में ही डॉक्टर दंपति का निवास स्थान था। अस्पताल और आवास के बीच कॉरिडोर है, जिसमें लगी आग फैलकर डॉक्टर दंपति के आवास तक पहुंच गई।
इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें दिखाई दे रहा है कि घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जमा है। सामने स्थित डॉक्टर दंपती के बिल्डिंग से बचाओ-बचाओ की आवाज आ रही है। साथ ही वहां मौजूद लोग सीढ़ी के सहारे लोगों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
घटना के बाद पूरे धनबाद में मातम का माहौल है। सुबह से ही अस्पताल में लोगों और अधिकारियों का आना-जाना जारी है। मृत डॉक्टर दंपति और अन्य मृतकों के शोकाकुल परिजन भी धनबाद पहुंचने लगे हैं। मृतकों का शव धनबाद स्थित एसएनएमएमसीएच के पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया है।
मौके पर निरीक्षण करने पहुंचे धनबाद के सिविल सर्जन डॉ. आलोक विश्वकर्मा ने बताया कि इस घटना में मरने वाले इतने नहीं झुलसे थे कि उनकी मौत हो जाए। मौत का कारण आग से उत्पन्न अत्यधिक धुंआ है। दम घुटने से सभी की मौत हुई है। घटना के समय ये सभी कमरे में लॉक हो गए थे, जिन्हें समय पर बाहर नहीं निकाला जा सका। अस्पताल के निरीक्षण में पाया गया कि यहां सभी नियमों का पालन किया गया था। फायर फाइटिंग के लिए इक्यूपमेंट भी लगे हैं लेकिन आग लगने की स्थिति में उत्पन्न हुई हड़बड़ाहट के कारण उनका उपयोग नहीं किया जा सका।घटनास्थल पर मौजूद धनबाद के उपायुक्त संदीप कुमार सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया यहां लगी आग का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। इसीलिए मृत डॉक्टर दंपति के परिजनों को कहा गया है कि पहले बिजली विभाग की टीम से अस्पताल परिसर में लगे बिजली सामग्रियों की अच्छे से जांच कराने के बाद ही अस्पताल को फिर से प्रयोग में लाया जाए। फिलहाल, मामले की गहनता से जांच की जा रही है।मौके पर पहुंचे धनबाद सांसद पशुपति नाथ सिंह ने इस घटना पर दुःख प्रकट करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की है।