इटली के कई इलाकों में सूखे की वजह से आपातकाल घोषित कर दिया गया है. नदियां पूरी तरह सूख गई हैं, पीने के पानी के इस्तेमाल पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए गए हैं और फसलों पर खतरा मंडरा रहा है.
उत्तरी इटली की जीवन रेखा मानी जाने वाली ‘पो’ नदी और उसके जलग्रहण क्षेत्र में पानी का स्तर सामान्य से आधा हो गया है. यह तुरीन शहर के पास पो की एक उपनदी संगोन है जो पूरी तरह सूख चुकी है. मौजूदा पूर्वानुमान के मुताबिक, अच्छी बारिश के अभी कोई आसार नहीं हैं.यह लोम्बार्दी में पाविया के पास तिचीनो नदी के ऊपर बना पुल है जिसके नीचे नावों को बांधा गया था, ताकि जब नदी का स्तर बढ़े तो नावों की वजह से पुल का स्तर भी ऊपर उठ जाए. अब सूखे की वजह से नदी में पानी का स्तर इतना गिर चुका है कि नाव सूखी जमीन से टकरा रही हैं. ऐसे में नावों को भी नुकसान होगा.
उत्तरी इटली में यह कई दशकों में सबसे बुरा सूखा है. पीदमों और लोम्बार्दी प्रांतों में 125 शहरों में नल के पानी का अनुभाजन या राशनिंग शुरू हो गई है. जो मिनरल वॉटर खरीद सकते हैं वो पौधों को पानी भी उसी से दे रहे हैं.
जलवायु परिवर्तन की वजह से तापमान बढ़ रहा है और उस वजह से दुनिया भर में कई ग्लेशियर पिघल रहे हैं. विशेषज्ञ मौजूदा ऊंचे तापमान और कुछ ही दिन पहले डोलोमाइट्स में मारमोलाता ग्लेशिर के टूटने के बीच संबंध देख रहे हैं. उस घटना में कम से कम सात लोगों की जान चली गई.