हैदराबाद।। अलग तेलंगाना राज्य बनाने के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करते हुए हैदराबाद में असेंबली बिल्डिंग पर तेलंगाना राष्ट्र समिति के दो विधायक चढ़ गए। दोनों विधायक धमकी देते रहे कि जल्दी ही अलग तेंलंगाना राज्य बनाने की घोषणा नहीं की गई तो वे बिल्डिंग से छलांग लगा लेंगे। टीआरएस के और विधायक भी असेंबली बिल्डिंग में तेलंगाना के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं। बिल्डिंग पर चढ़े टीआरएस विधायक के. सम्मैया और डी. विनय भास्कर ने मांग की है कि जिन तेलंगाना समर्थकों को अरेस्ट किया गया है उन्हें रिहा किया जाए। करीब एक घंटे बाद असेंबली मार्शल ने दोनों विधायकों को बिल्डिंग से नीचे उतारा।
तेलंगाना समर्थक दलों द्वारा बुलाए गए ‘चलो असेंबली’ प्रदर्शन को देखते हुए आंध्र प्रदेश की राजधानी को एक किले के रूप में बदल दिया गया है। यहां राज्य के 10 हजार पुलिसकर्मी और केंद्रीय बलों के 2 हजार जवान तैनात हैं। पुलिस ने विरोध प्रदर्शन के लिए अनुमति देने से इनकार कर दिया है।हैदराबाद और साइबराबाद पुलिस कमिश्नर ऑफिस के आसपास धारा 144 लगा दी गई है। यह धारा 15 जून सुबह 6 बजे तक प्रभावी रहेगी।
शहर के बीचों बीच स्थित असेंबली की ओर जाने वाली कई सड़कों को या तो बंद कर दिया गया है या ट्रैफिक मार्ग बदल दिए गए हैं। इन प्रतिबंधों के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की सर्विस जारी है जबकि दक्षिण पूर्वी रेलवे ने अपनी स्थानीय रेलों को रद्द कर दिया है। स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा कर दी गई है।
उस्मानिया यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने असेंबली की ओर मार्च करने की कोशिश की लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक दिया। कानून व्यवस्था में गड़बड़ी के भय से राज्य के लगभग 10हजार पुलिसकर्मी और केंद्रीय बलों के 2 हजार जवानों को सुरक्षा प्रबंध के लिए तैनात किया गया है। प्रदर्शन आयोजित करने वाली टीआरएस, बीजेपी और तेलंगाना संयुक्त कार्यसमिति ने आंध्र सरकार पर आरोप लगाया कि उसने ‘तेलंगाना आंदोलन को दबाने के लिए दमनकारी तरीके अपनाए हैं।’ अलग राज्य की मांग करते हुए शांतिपूर्ण प्रदर्शन की इच्छा जताते हुए टीआरएस, बीजेपी और संयुक्त कार्य समिति ने सरकार से रैली करने की अनुमति मांगी थी।