बीसीसीआई चीफ एन श्रीनिवासन की आज अपने पद से छुट्टी हो सकती है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि इसे लेकर बीसीसीआई के भीतर आम सहमति बन गई है. यदि श्रीनिवासन हटते हैं तो उनकी जगह कामकाज अरुण जेटली देखेंगे.
वहीं, आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के घेरे में आए बीसीसीआई अध्यक्ष के दामाद गुरुनाथ मय्यपन आज शाम मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच के सामने पेश होंगे. उनके साथ उनके वकील भी हो सकते हैं. इससे पहले गुरुनाथ मयप्पन ने मामले में पूछताछ के लिए सोमवार तक का समय मांगा था, जिसे क्राइम ब्रांच ने ठुकरा दिया था.
सूचना मिली है कि आज शाम तकरीबन चाढ़े चार बजे मय्यपन मुंबई पहुंच सकते हैं. वे एक चार्टर्ड प्लेन से मुंबई पहुंचेंगे. कहा जा रहा है कि मुंबई पुलिस उनके कई अहम सवाल तो करेगी ही, यदि जरूरत पड़ी तो विंदू दारा सिंह से उनका आमना-सामना भी कराया जा सकता है.
क्राइम ब्रांच को सट्टेबाजी के आरोपों में गिरफ्तार विंदू से अबतक जो जानकारी मिली है उसके हिसाब गुरुनाथ सट्टेबाजी के सबसे बड़े गुरु नजर आते दिख रहे हैं. विंदू के खुलासों पर यकीन करें तो गुरुनाथ आईपीएल के मौजूदा सीजन में करीब 1 करोड़ सट्टेबाजी में गंवा चुके हैं. गुरुनाथ मोबाइल के जरिए विंदू दारा सिंह के सम्पर्क में रहते थे और विंदू दारा सिंह और पवन जयपुर नाम के बुकी से सम्पर्क साधते थे.
जांच एजेंसी के हाथ लगी कॉल रिकॉर्ड से सामने आया है कि पिछले दो महीने में विंदू और गुरुनाथ के बीच 25-30 नहीं बल्कि कम से कम 130 बार बातचीत हुई. गुरुनाथ के बारे में काफी जानकारी मुंबई पुलिस ने जुटा ली है. लेकिन सट्टेबाजी के बड़े गुरु नजर आ रहे गुरुनाथ की असली पोल तब खुलेगी जब विंदू से उनका आमना सामना कराया जाएगा, जिसकी तैयारी मुंबई पुलिस ने कर ली है. मुंबई पुलिस के अफसरों की एक टोली गुरुनाथ और विंदू से सवालों की लंबी सूची तैयार कर रही है.
फिक्सिंग में पाकिस्तान के अंपायर भी
गुरुनाथ ही नहीं क्रिकेट मैदान के साथ सट्टेबाजी के भी अंपायर नजर आ रहे असद रऊफ और उनपर भी शिकंजा कसने के लिए मुंबई पुलिस बेचैन है. लेकिन खबरें हैं कि गुरुनाथ की तरह अंपायर असद रऊफ भी मुंबई पुलिस को चमका देने में कामयाब रहे. दो दिन पहले ही मुंबई पुलिस को असद रऊफ के कारनामों की जानकारी मिल गई थी. मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दो दिन पहले ही उनकी खोजबीन भी शुरु कर दी लेकिन होशियार असद रऊफ शायद भारत से भाग निकलने में कामयाब रहे. असद रऊफ पर मुंबई पुलिस का डंडा जब चलेगा तब चलेगा लेकिन आईसीसी की गाज गिर गई है. 6 जून से इंग्लैंड में शुरू हो रही आईसीसी चैम्पियन ट्रौफी की अंपायरिंग से रऊफ को हटाया जा चुका है.
क्रिकेट पर लगा धब्बा है फिक्सिंग
क्रिकेट, जो हिम्मत-हौसलों और प्रतिस्पर्धा-भावनाओं का खेल है लेकिन क्रिकेट के कलंकों ने इसे किसी लायक नहीं छोड़ा. क्रिकेटरों ने इसकी गेंद गेंद बेच डाली, अंपायर ने हर गेंद के साथ स्टेडियम में गूंजने वाली हिंदुस्तानियों की भावनाएं बेंच डाली तो बाकी का हिसाब टीम के मालिक और बोर्ड ने कर दिया.
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आईपीएल में अब फिक्सिंग-सट्टेबाजी के अलावा बचा क्या? कुछ भी नहीं. आईपीएल की रंगीनियों और चमक के पीछे सब काला है. छक्कों-चौकों की इस बौछार के पीछे बहुत बड़ा फरेब है. आईपीएल के कदम-कदम पर साजिश का गड़बड़झाला है. हिन्दुस्तान के इस जुनून के पीछे फिक्सिंग का बहुत बड़ा घोटाला है.
हर रोज होते नए खुलासों से आईपीएल की चमक बद से बदतर होती जा रही है. हजारों रुपए खर्च कर स्टेडियम पहुंचने वाले क्रिकेट प्रेमियों का दिल नहीं मानेगा लेकिन यही सच है. इस खेल में बदनामियों के सिवा कुछ भी नहीं.
इस खेल में हिंदुस्तानियों की भावनाओं से खिलवाड़ के सिवा कुछ भी नहीं. आईपीएल सीजन-6 की शानदार चमक को पहला दाग श्रीसंत, अजित चंडीला, अंकित चव्हाण से लगा. लेकिन उसके बाद तो दाग लगते ही गए, आईपीएल फिक्सिंग की कई दिनों की चांज के बाद खुलासों के इतने दाग लग चुके हैं कि आईपीएल का पूरा दामन ही काला पड़ चुका है.
क्रिकेट खिलाड़ियों से आईपीएल में फिक्सिंग और सट्टेबाजी का कलंक बॉलीवुड तक पहुंचा. बॉलीवुड से कलंक के तार अंडरवर्ल्ड तक पहुंचे और अब तो अंपायर से लेकर टीम के सीईओ तक सवालों के घेरे में हैं.
एन श्रीनिवासन बीसीसीआई अध्यक्ष हैं, देश में क्रिकेट के कुनबे में इनके इशारों के बगैर एक पत्ता नहीं हिल सकता लेकिन इनके दामाद गुरुनाथ मयप्पन पर ही सट्टेबाजी के सवालों का शिकंजा है. गुरुनाथ मयप्पन जो आईपीएल की चेन्नई टीम के सीईओ भी हैं, बताया जा रहा है कि न सिर्फ वो सट्टेबाजी के शौकीन रहे हैं बल्कि आईपीएल सीजन-6 में वो करीब 1 करोड़ का नुकसान भी उठा चुके हैं.
ताजा खुलासा सुनकर तो आप हैरान ही रह जाएंगे. दो मॉडल्स से पूछताछ में जानकारी मिली है कि सट्टेबाजी के आरोप में गिरफ्तार टीवी कलाकार विंदु दारा सिंह बुकीज और खिलाड़ियों को लड़कियां भी सप्लाई किया करते थे. तो सवाल है क्रिकेट के इस कलंक में बचा क्या और बचा कौन? खिलाड़ी फिक्स्ड हैं तो टीम के सीईओ फिक्स्ड हैं, अंपायर फिक्सड हैं तो गेंद-गेंद फिक्स्ड है. तो क्या ये कहना ठीक नहीं होगा कि आईपीएल में ऑल इज फिक्स्ड!
विंदू से पूछताछ के बाद कई बड़े खुलासे
आईपीएल फिक्सिंग और सट्टेबाजी में हर रोज होते खुलासे जोश और जुनून के क्रिकेट को और गर्त में ढकेलते जा रहे हैं. मुंबई पुलिस के हत्थे चढ़ चुके विंदू दारा सिंह ने कुछ और नामों का खुलासा किया है. विंदू दारा सिंह ने हरभजन सिंह (भज्जी) और चेन्नई सुपर किंग्स के 3 क्रिकेटरों से अच्छी जान पहचान की बात कबूली है. अब जांच एजेंसियां ये पता लगाने में जुटी है कि विंदू की जान पहचान की हद क्या है? मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच का हालांकि खुद ही ये कहना है कि विंदू से जान-पहचान का मतलब ये नहीं कि इन चारों खिलाड़ियों के भी रिश्ते सट्टेबाजी या फिक्सिंग से हों. लेकिन मुंबई पुलिस की अगली दलील पर भी आपको गौर करना होगा. मुंबई पुलिस ने ये कहा है, ‘इनकी भूमिका की जांच की जाएगी.’
हरभजन समेत 4 क्रिकेटरों का नाम उछला
आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग की जांच का दायरा बढ़ता ही जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, कुछ और खिलाड़ी फिक्सिंग के इस फंदे में जल्द फंस सकते हैं. सूत्रों की मानें तो चेन्नई सुपर किंग्स के तीन खिलाड़ियों से विंदू के करीबी रिश्ते हैं. यही नहीं, वे हरभजन सिंह के भी साथ देखे गए हैं. लेकिन अभी तक इन खिलाड़ियों के फिक्सिंग के खेल में शामिल होने के सबूत नहीं मिले हैं.
मुंबई क्राइम ब्रांच विंदू से लगातार पूछताछ कर रही है. इस मामले में बुधवार को क्राइम ब्रांच की दो मॉडल्स से पूछताछ में ये बात भी सामने आई है कि विंदू सट्टा लगाने के साथ साथ बुकीज और खिलाड़ियों को लड़कियां भी सप्लाई करते थे.
मॉडल्स ने किए चौंकाने वाले खुलासे
दो मॉडल्स से पूछताछ में भी चौकाने वाले खुलासे हुए हैं. मॉडल्स ने पूछताछ में मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच के सामने इस बात की पुष्टि की है कि पाकिस्तानी अंपायर असद रऊफ सट्टेबाजी में गिरफ्तार विंदू दारा सिहं और कुछ सट्टेबाजों के संपर्क में थे. मॉडल्स के हवाले से ये भी खुलासा हुआ है कि रऊफ को भी लड़कियां सप्लाई की जाती थीं. लेकिन मॉडल्स से पूछताछ का सबसे बड़ा खुलासा ये है कि टीवी कलाकार विंदू दारा सिंह खुद भी बुकीज और क्रिकेट खिलाड़ियों को लड़कियां सप्लाई किया करते थे.
फिक्सिंग कांड में अब तक क्या-क्या हुआ…
पहले क्रिकेटर श्रीसंत, चंडीला और चव्हाण की गिरफ्तारी. फिर बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के दामाद और चेन्नई सुपर किग्स के सीईओ गुरुनाथ मयप्पन सवालों के घेरे में. और अब क्रिकेट के मैदान में हर गेंद को अपनी उंगलियों के इशारे पर नचाने वाले पाकिस्तानी अंपायर असद रऊफ पर सट्टेबाजी के सरगनाओं से सीधे संपर्क के इल्जाम. आखिर क्रिकेट के कलंक से बचा कौन? नोटों की मोटी-मोटी गड्डियों के लालच में क्रिकेटर फिक्स्ड तो सट्टेबाजी से नोटों का अंबार खड़ा करने की जुगत में अंपायर भी फिक्सड और तो और जिनके भरोसे हिंदुस्तान ने क्रिकेट का पूरा राजपाट छोड़ा- उस बीसीसीआई अध्यक्ष के दामाद और चेन्नई टीम के सीईओ गुरुनाथ मयप्पन के भी पैर क्रिकेट को कलंकित करने वाले सट्टेबाजी के दलदल में अंदर तक धंसे हुए हैं. बस आप फिक्सिंग और सट्टेबाजी से जुड़े खुलासों के इस बवंडर में इतना समझने की कोशिश कीजीए कि किस-किस के दामन कंलक के दाग से बचे रह पाते हैं.
इसका मतलब क्या है, क्या विंदू दारा सिंह का लेना-देना सट्टेबाजी के साथ खिलाड़ियों की फिक्सिंग से भी था?
जिन चार आईपीएल खिलाड़ियों से विंदू ने जान पहचान की बात कबूली है क्या उनके जरिए विंदू का कोई काला खेल चल रहा था?