जिले में रोजगार सृजन और स्वरोजगारियों को रोजगार से जोड़ने की योजनाओं को संचालित करने वाले सभी विभाग वर्षभर का ट्रेनिंग केलेण्डर बनाएं। कलेक्टर श्री निशांत वरवड़े ने आज जिले में कौशल विकास पर आयोजित बैठक में अधिकारियों को यह निर्देश दिए। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री राकेश श्रीवास्तव, एडीएम श्री बी.एस.जामोद और विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में कलेक्टर श्री वरवड़े बताया कि कौशल विकास के लिए जिलास्तर पर गठित व्यावसायिक एवं प्रशिक्षण समिति द्वारा स्वरोजगारियों के लिए रोजगार के अवसरों को चिन्हित किया जायेगा। समिति इन अवसरों से स्वरोजगारियों को लाभांवित करने का कार्य करेगी। बाजार की मांग के अनुरूप प्रशिक्षण कार्यक्रमों को चिन्हित किया जायेगा और प्रशिक्षणार्थियों की पात्रता तय की जायेगी और उनकी पात्रतानुसार उन्हें प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रशिक्षण के लिए स्वरोजगारियों का डाटाबेस भी तैयार होगा। प्रशिक्षण देने और प्रशिक्षित युवाओ को रोजगार से जोड़ने के इस कार्यक्रम की सतत समीक्षा भी की जायेगी।
कलेक्टर श्री वरवड़े ने अधिकारियों से कहा कि वे अपने विभाग के ट्रेनिंग प्रोग्राम तय करते समय भोपाल जिले के लिए चिन्हांकित एक्टिविटीज के ट्रेडस को भी तय करें। इसके साथ ही ट्रेनिंग देने वाली एजेंसी को भी तय करें। एजेंसी को जिम्मेदारी दें कि वे ट्रेनिंग के बाद स्वरोजगारी का बिजनेस प्लान बनाएं। ट्रेनिंग नीड बेस्ड होना चाहिए।