कोहिमा: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि केंद्र में अगले साल उनकी पार्टी के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनेगी. उन्होंने नगालैंड के दिमापुर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मंगलवार को यह टिप्पणी की. खरगे ने कहा, ‘‘केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाला गठबंधन सत्ता में आएगा. हम दूसरी पार्टियों के साथ बातचीत कर रहे हैं. भाजपा को बहुमत नहीं मिलेगा… अन्य सभी दल साथ आएंगे. हम संविधान और लोकतंत्र का अनुसरण करेंगे…चाहे 100 मोदी या शाह आ जाएं. यह भारत है और संविधान बहुत मजबूत है.’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने यह टिप्पणी ऐसे समय की है जब विपक्षी एकजुटता की कवायद को लेकर लगातार चर्चा है और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों कांग्रेस से विपक्षी गठबंधन पर जल्द कदम उठाने की अपील की थी.
नीतीश कुमार ने गत कहा था कि कांग्रेस को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से बने माहौल का लाभ उठाते हुए भाजपा विरोधी दलों को एकजुट कर गठबंधन बनाना चाहिए और अगर ऐसा हो गया तो 2024 के लोकसभा चुनाव में अभी 300 से ज्यादा सीट वाली भारतीय जनता पार्टी को 100 से भी कम सीट पर समेटा जा सकता है. खरगे ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया कि उसने विधायकों को लालच देकर या डरा-धमका कर छह से सात राज्यों में विपक्ष की सरकारों को अस्थिर किया है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बजट सत्र के पहले चरण के दौरान राहुल गांधी एवं पार्टी के कई नेताओं की कुछ टिप्पणियां दोनों सदनों की कार्यवाही से हटाए जाने का हवाला देते हुए बुधवार को आरोप लगाया कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने देश की संसद को ‘रबर स्टाम्प’ बना दिया है. उन्होंने राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) के अधिवेशन में यह दावा भी किया कि मोदी सरकार ने चार श्रम संहिताओं के माध्यम से मजदूरों के हितों पर कुठाराघात किया है तथा वह कुछ बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचा रही है.
खरगे ने यह उम्मीद भी जताई कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर सरकार बनाएगी. उन्होंने बजट सत्र के पहले चरण के दौरान संसद के कुछ घटनाक्रमों का हवाला देते हुए आरोप लगाया, ‘‘सरकार ने संसद को रबर स्टाम्प बना दिया है. हमारे कई सांसदों को नोटिस दिया गया और एक महिला सदस्य (रजनी पाटिल) को निलंबित किया गया क्योंकि वो गरीबों की आवाज उठा रहे थे, अडाणी मामले को उठा रहे थे.’’