लंदन: अनुभवी बल्लेबाज कुमार संगकारा के शानदार शतक और ‘पिंच हिटर’ नुवान कुलशेखरा की तूफानी पारी से श्रीलंका ने इंग्लैंड पर सात विकेट की धमाकेदार जीत दर्ज करके आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में अपनी उम्मीदों को बरकरार रखा।
संगकारा ने नाबाद 134 रन की दिलकश पारी खेली, लेकिन श्रीलंका को 17 गेंद शेष रहते हुए जीत दिलाने में कुलशेखरा की 38 गेंदों पर खेली गई नाबाद 58 रन की पारी ने भी अहम भूमिका निभाई। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 110 रन की अटूट साझेदारी की।
संगकारा ने इससे पहले तिलकरत्ने दिलशान (44) के साथ दूसरे विकेट के लिए 92 और माहेला जयवर्धने (42) के साथ तीसरे विकेट के लिए 85 रन जोड़े थे। श्रीलंका ने 47.1 ओवर में तीन विकेट पर 297 रन बनाए।
इससे पहले, इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर सात विकेट पर 293 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया था। जोनाथन ट्राट ने सर्वाधिक 76 रन बनाए। उन्होंने कप्तान एलिस्टेयर कुक (59) के साथ 83 और जो रूट (68) के साथ 87 रन की साझेदारियां कीं। रवि बोपारा आखिर क्षणों में 13 गेंद पर नाबाद 33 रन ठोककर स्कोर 300 के करीब पहुंचाया।
श्रीलंका की जीत से ग्रुप-ए में सभी टीमों के लिए मौके बन गए हैं। न्यूजीलैंड तीन अंक लेकर शीर्ष पर है, जबकि श्रीलंका और इंग्लैंड के दो-दो अंक हो गए हैं। ऑस्ट्रेलिया का भले ही एक अंक है, लेकिन अभी वह भी सेमीफाइनल में पहुंच सकता है। एक तरह से अब इंग्लैंड और न्यूजीलैंड तथा श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले मैच एलिमिनेटर जैसे बन गए हैं।
श्रीलंका ने तीसरे ओवर में कुशाल परेरा का विकेट गंवा दिया था और संगकारा ने यहीं से जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने दिलशान के साथ मिलकर टीम को शुरुआती झटके से उबारा। दिलशान ने शुरुआती झिझक के बाद रूट की लगातार गेदों पर चौका और छक्का लगाकर तेजी दिखाई। बीच में लगातार तीन ओवर में केवल छह रन बनने से दिलशान धैर्य खो बैठे और उन्होंने स्वान की गेंद पर लॉन्ग ऑन पर आसान कैच दे दिया।
संगकारा ने एक छोर पर टिके रहकर स्कोर चलायमान रखा। नए बल्लेबाज जयवर्धने ने जल्द ही पांव जमा लिए। संगकारा की तरह उन्होंने भी स्टुअर्ट ब्रॉड को निशाने पर रखा। श्रीलंका ने बल्लेबाजी पावरप्ले की दूसरी गेंद पर जयवर्धने का विकेट गंवाया। उन्होंने एंडरसन की गेंद बैकफुट पर जाकर पुल की, लेकिन उसे बैकवर्ड स्क्वायर लेग पर कैच कर लिया गया। श्रीलंका ने उनकी जगह कुलशेखरा को भेजने का दिलचस्प, लेकिन सही फैसला किया।
श्रीलंका ने बल्लेबाजी पावरप्ले में 31 रन बनाए और एक विकेट गंवाया। इस बीच, संगकारा ने टिम ब्रेसनन पर एक रन लेकर वनडे में 15वां और इंग्लैंड के खिलाफ पहला शतक पूरा किया। इसके लिए उन्होंने 111 गेंद खेली तथा आठ चौके लगाए। कुलशेखरा ने भी जल्द ही पिंच हिटर की अपनी भूमिका से न्याय किया। ब्रेसनन पर दो चौके जड़ने के बाद उन्होंने ग्रीम स्वान पर लगातार दो छक्के लगाए। उन्होंने ब्रॉड पर छक्का और फिर दो चौके जमाकर केवल 30 गेंद पर अपना तीसरा वनडे अर्धशतक पूरा किया।
संगकारा ने विजयी चौका जमाया। दिलशान ने कुक को दो बार 23 और 56 रन पर जीवनदान दिया। उन्होंने 72 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। वह दूसरे जीवनदान का फायदा नहीं उठा पाए और बाएं हाथ के स्पिनर रंगना हेराथ की सीधी गेंद पर स्वीप करने के प्रयास में एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। ट्राट और रूट ने स्ट्राइक रोटेट करने की रणनीति अपनाई, जिससे रन गति में तेजी आई। ट्राट ने इस बीच 63 गेंदों पर अपना 21वां वनडे पचासा पूरा किया।
इंग्लैंड ने बल्लेबाजी पावरप्ले में 37 रन बनाए और इस बीच कोई विकेट नहीं गंवाया। रूट ने केवल 43 गेंदों पर अपना चौथा वनडे अर्धशतक पूरा किया, लेकिन हेराथ के इसी ओवर में ट्राट स्वीप करने के प्रयास में चूक गए और एलबीडब्ल्यू आउट होकर पैवेलियन लौटे। उन्होंने अपनी पारी में 87 गेंद खेली तथा पांच चौके लगाए। मालिंगा ने रूट और इयोन मोर्गन (13) को लगातार गेंदों पर आउट किया, जबकि नुवान कुलशेखरा ने जोस बटलर को खाता भी नहीं खोलने दिया।
एक ही स्कोर 249 रन पर तीन विकेट गंवाने से इंग्लैंड की 300 रन के करीब पहुंचने की उम्मीदों को झटका लगा, लेकिन बोपारा ने इरांगा के आखिरी ओवर में तीन छक्कों और दो चौकों की मदद से 28 रन बटोरकर हिसाब बराबर कर दिया। इरांगा ने 80 रन देकर दो विकेट लिए। बाएं हाथ के स्पिनर हेराथ (46 रन देकर दो विकेट) श्रीलंका के सबसे सफल गेंदबाज रहे। मालिंगा ने 58 रन देकर दो विकेट हासिल किए।