इसलिए मंत्रों का चुनाव करते समय सावधानी जरूरी है
मंत्रों और स्तोत्रों का कोई अर्थ नहीं होता। अर्थ किया भी जाए तो उसका कोई मूल्य नहीं है। क्योंकि मंत्रों और उनसे मिलकर बने स्तोत्रों के अर्थ तो बहुत सामान्य होते हैं। प्रार्थना को ...
Read More »खास है आज का शुक्रवार, कर लें लक्ष्मी माता को प्रसन्न
लक्ष्मी माता की कृपा पाने के लिए दीपावली तक भला क्यों इंतजार करें। जब लक्ष्मी माता की कृपा आज ही प्राप्त हो सकती है। आज सावन मास के शुक्ल पक्ष का अंतिम शुक्रवार है। स्कंद पुराण मे ...
Read More »कलियुग में हुए राम लक्ष्मण के दर्शन
भगवान राम के दर्शन आज भी हो सकते हैं। लेकिन जरूरत है तो ऐसी भक्ति और श्रद्घा की जैसी भक्ति भावना तुलसीदास में थी। इसी भक्ति और आस्था के बल पर तुलसीदास जी ने कलियुग में भगवान राम औ ...
Read More »आज के दिन अवतार लेंगे कल्कि भगवान
भगवान विष्णु के अब तक नौ अवतार हो चुके हैं और दसवें अवतार की प्रतीक्षा चल रही है। पुराणों में भगवान के दसवें अवतार की जो तिथि बतायी गयी है उसके अनुसार भगवान सावन मास के शुक्ल पक्ष ...
Read More »आंखों से गिरा आंसू बन गया सांप
नाग हमारे शरीर में मूलाधार चक्र में स्थित हैं। उनका फन सहस्रार चक्र है। लिंग पुराण के अनुसार सृष्टि की रचना के लिए ब्रह्मा ने उग्र तपस्या की। परिणाम नहीं मिला तो हताशा में उनकी आं ...
Read More »‘हरितालिका तीज’ की महत्ता व पूजा विधि
भगवान शिव और पार्वती के पुर्नमिलाप के उपलक्ष्य में मनाए जाने वाले इस त्योहार के बारे में मान्यता है कि मां पार्वती ने 107 जन्म लिए थे भगवान शंकर को पति के रूप में पाने के लिए। अंत ...
Read More »सिर्फ स्त्रियां ही क्यों मनाती हैं तीज?
हरियाली तीज प्रकृति से एकाकार होने का पर्व है। आखिर यह पर्व सिर्फ स्त्रियां ही क्यों मनाती हैं ? जवाब है कि मेल मिलाप का गुण सिर्फ स्त्री के ही पास है। वही प्रकृति की तरह बन सकती ...
Read More »सावन के महीने में क्यों होती है नागों की पूजा
भले ही लोग साल भर सांप को देखते ही लाठी डंडे लेकर मारने दौड़ते हों लेकिन सावन एक ऐसा महीना है जब सांपों को मारने की बजाय उनका दर्शन ईश्वर के दर्शन के समान पुण्यदायी माना जाता है। ...
Read More »गौ- घृत के चमत्कारिक फायदे
हम अगर गोरस का बखान करते करते मर जाए तो भी कुछ अंग्रेजी सभ्यता वाले हमारी बात नहीं मानेगे क्योकि वे लोग तो हम लोगो को पिछड़ा, साम्प्रदायिक और गँवार जो समझते है| उनके लिए तो वही सह ...
Read More »इसे सुनकर बेहोश आदमी भी होश में आ जाता है
राम, श्याम, माधव, गोविंद, अनिमेष आदि में से आपका नाम जो भी हो पर असल नाम कुछ और है। शिकागो स्थित अमेरिकन वैदिक इंस्टीट्यूट के संन्यासी विद्वान स्वामी वेदभिक्षु का कहना है कि अपना ...
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