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 धर्म-अध्यात्म | dharmpath.com | Page 42

Saturday , 19 April 2025

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तनावों से मुक्ति के लिए योगनिद्रा में सोएं: गुरू मां आनंदमूर्ति

तनावों से मुक्ति के लिए योगनिद्रा में सोएं: गुरू मां आनंदमूर्ति

इस बात को गांठ बांध लीजिये कि निश्चिंत होकर जिओगे तो ख़ूब जिओगे और अगर चिंता कर के जिओगे तो जल्दी मरोगे। तो आपका अगर जल्दी मरने का कार्यक्रम हो तो ख़ूब चिंता कीजिये, रातों की नींद ...

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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी: बिखरेंगे ठाकुर जी की पोशाक के रंग

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी: बिखरेंगे ठाकुर जी की पोशाक के रंग

वृंदावन। फैशन से भगवान भी अछूते नहीं रहे। ठाकुर जी के वस्त्रों में अब न केवल वैरायटी का ख्याल रखा जा रहा है, बल्कि क्वालिटी भी देखी जा रही है। जरदोजी के साथ लहरिया पोशाक खास पसंद ...

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परिस्थितियां उसकी दास बन जाती हैं

परिस्थितियां उसकी दास बन जाती हैं

मानव जीवन आशाओं और आकांक्षाओं से सर्वदा भरपूर रहता है। किन्तु समस्त इच्छाएं किसी की भी पूर्ण नहीं होती। मनुष्य की जितनी इच्छाएं बढ़ती हैं उतनी उसकी व्याकुलता, बेचैनी और अशांति बढ़ ...

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वचनबद्घता से बढ़ती है शक्ति और सामर्थ्यः श्री श्री रविशंकर

वचनबद्घता से बढ़ती है शक्ति और सामर्थ्यः श्री श्री रविशंकर

एक नदी को बहने के लिए दो किनारों की आवश्यकता होती है। बाढ़ तथा बहती हुई नदी में यह अन्तर है कि बहती हुई नदी का पानी एक विशेष दिशा में बहता है, जबकि बाढ़ की अवस्था में पानी बिना कि ...

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बाबाओं की शरण में लालू, आशीर्वाद में मिली गाली

बाबाओं की शरण में लालू, आशीर्वाद में मिली गाली

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव शुक्रवार को विंध्यधाम क्षेत्र में पहुंचने के बाद मंदिर बाद में पहले बाबाओं के आश्रम में गए। घमहापुर स्थित विभूति नारायण उर्फ पगला बाबा ...

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खुद को हमेशा सबसे महत्वपूर्ण समझें: सुधांशु जी महाराज

खुद को हमेशा सबसे महत्वपूर्ण समझें: सुधांशु जी महाराज

दूर दृष्टि से बनता है सकारात्मक दृष्टिकोण। संसार एक विशाल समुद्र है, उस विशाल समुद्र के बीच आपकी स्थिति क्या है? हमें लगता है हमारी गणना नहीं होती, मगर ऐसा नहीं है। सूर्य एक-एक कि ...

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धार्मिक व्यक्ति वह है जिसका मन ठहरा हुआ हैः ओशो

धार्मिक व्यक्ति वह है जिसका मन ठहरा हुआ हैः ओशो

मन की दो अवस्थाएं है, एक दौड़ता हुआ मन, एक ठहरा हुआ मन। दौड़ता हुआ मन, निरंतर ही जहां होता है, वहां नहीं होता। ऐसा समझें कि दौड़ता हुआ मन कहीं भी नहीं होता। दौड़ता हुआ मन सदा ही भ ...

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साढ़े चार करोड़ के ऋण प्रकरण स्वीकृत (उच्च शिक्षा ऋण शिविर)

साढ़े चार करोड़ के ऋण प्रकरण स्वीकृत (उच्च शिक्षा ऋण शिविर)

जिले का पहला उच्च शिक्षा ऋण शिविर आज एमवीएम कालेज भोपाल में आयोजित किया गया। शिविर में 130 छात्र-छात्राओं ने उच्च शिक्षा ऋण के संबंध में जानकारी प्राप्त की और साढ़े चार करोड़ राशि ...

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प्रेम का उद्देश्य आनंद प्राप्तिः श्री श्री रविशंकर

प्रेम का उद्देश्य आनंद प्राप्तिः श्री श्री रविशंकर

भगवद्गीता में एक कहानी है। जब भगवान कृष्ण को भोजन परोसा जा रहा था, वे खड़े हुये और बोले, ‘‘नही, मुझे जाना है।‘‘ गोपियों ने उन्हें समझाने की कोशिस की। ‘‘पहले अपना भोजन तो करलो, ‘‘उ ...

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उस पल ईश्वर होता है सबसे करीब : ओशो

उस पल ईश्वर होता है सबसे करीब : ओशो

मेरे सूत्र अनूठे हैं। मैं तुमसे कहता हूं, जब तुम्हारा मन बड़ा सुखी मालूम पड़े। कोई मित्र घर आया है, बहुत दिनों बाद मिले हैं, गले लगे हैं, गपशप हुई है, मन ताजा है, हल्का है, खूब प् ...

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