मप्र : दरगाह पर हिंदू मनाते हैं ईद
भोपाल। धर्म के नाम पर सियासत करने वालों ने हमेशा समाज को बांटने की चाल चली है, लेकिन इबादत और आस्था के आगे ऐसी चालें नाकाम साबित होती रही हैं। ऐसी एक मिसाल मध्य प्रदेश के सागर जिल ...
Read More »इस ईद पर बनाये मावा जलेबी।
ईद के मौके पर ख़ास तरह की जलेबी आपके त्यौहार को और ख़ास बनाएगी। मावा जलेबी मध्य प्रदेश की खास जलेबी है। मध्य प्रदेश में मावा जलेबी अलग जगह पर अलग अलग तरीके से बनाई जाती हैं तो लीजिय ...
Read More »जग में गुरु से बड़ा कोई नही
- आचार्य रवीन्द्रसूरि राजगढ़ --- सामुहिक गुरूवंदन के पश्चात् शासनप्रभावक आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय रवीन्द्रसूरीश्वर जी म.सा. ने आराधको को श्री शंखेश्वर पाश्र्वनाथ प्रभु की अट्ठम तप ...
Read More »भारतीय महिलाओं की पसंद: साड़ी या जींस?
किसी भी देश में पहुँचने पर हर विदेशी का ध्यान सबसे पहले वहां के लोगों की वेशभूषा और पोशाक की तरफ आकर्षित होता है| भारत आज दुनिया के उन गिने चुने देशों में एक है, जहां लोग अभी भी प ...
Read More »पत्थर की चक्की और कबीरपंथी
धार्मिक नगरी के रूप में विश्व प्रसिद्ध वाराणसी के कबीर मठ में रखी एक पत्थर की चक्की कबीर पंथियों के लिए आर्कषण का केन्द्र बनी हुई है. अपने साहित्य से कबीर ने जन चेतना को जगा कर सम ...
Read More »अघोराचार्य बाबा किनाराम जी,पथ-प्रदर्शक संत
किनाराम सहज नहीं फकीरी,पग धरत याद आये दूध छठी का अघोर सम्प्रदाय के अनन्य आचार्य, संत किनाराम का जन्म सन् १६९३ भाद्रपद शुक्ल को चंदौली के रामगढ़ गाँव में अकबर सिंह के घर हुआ। बारह ...
Read More »भोपाल स्थित पत्रकार भवन के प्रहरी-श्री रमेश कक्का का जनसंवेदना द्वारा सम्मान
भोपाल 17 जून 2014। पत्रकार भवन, भोपाल के केयर टेकर श्री रमेश कक्का का आज जनसंवेदना संस्था ने शाल एवं श्रीफल से सम्मान कियां संस्था के अध्यक्ष श्री राधेश्याम अग्रवाल ने उन्हें एक स ...
Read More »टायर बनाने वाली फर्म CEAT का अश्लील पार्टी वीडिओ सामने आया
(धर्मपथ)- भारत की सभ्यता और संस्कार को विदेशी व्यापार कम्पनियाँ किस तरह से बर्बाद कर रही हैं यह एक वीडिओ में सामने आया है.इसमें देखा जा सकता है की उस कम्पनी की पार्टी में विदेशी न ...
Read More »पूर्वी विवाहों में अगुवा का महत्व
विवाह संस्कार को इस दुनिया का एक मात्र ऐसा संस्कार अथवा रस्म कहा जा सकता है जो न तो किसी भूगोल के दायरे में बंधा है और न ही इसपर किसी समाज विशेष का ही कोई निजित्व कायम है ...
Read More »आर्यों की जड़ें और शाखायें- भारत से रूस तक
रूसी और भारतीय नागरिकों की आनुवंशिक जड़ें एक ही हैं| 8-9 हजार साल पहले दोनों देशों के लोगों के जीनोटाइप पूरी तरह से मेल खाते थे| यह परिणाम हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के जैव रसायन, जैव भ ...
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