करांची से साठ मील दूर है माँ हिंगलाज शक्ति पीठ
धर्मपथ-कराची से लगभग साठ मील की दूरी पर समुन्द्र के किनारे जगत जननी श्री माता हिंगलाज जी का मंदिर है | यहाँ प्राचीन काल से अखण्ड ज्योति के दर्शन होते है| दक्ष प्रजापति के यज्ञ में ...
Read More »जब सहस्त्रबाहु ने रावण को परास्त किया
रावण का दिग्विजय अभियान चल रहा था। कई राज्यों को जीतते हुए रावण महिष्मति पहुंचा। उस समय वहाँ हैहय वंश के राजा कर्त्यवीर्य अर्जुन शासन कर रहा था तथा नित्य की भांति अपनी रानियों के ...
Read More »मथुरा में है अष्ट-सखी मंदिर
धर्मपथ-मथुरा में बांके-बिहारी मंदिर के पास निर्मित है अष्ट-सखी मंदिर.यह मंदिर राधाजी की सखियों की याद में बनाया गया है और इस पर इनके नाम भी अंकित हैं.गर्भ-गृह,भूतल और प्रथम तल निर ...
Read More »शांतिकुंज में 88 वर्षो से जल रहा अखंड दीपक
हरिद्वार, 9 फरवरी (आईएएनएस)। यहां के शांतिकुंज में पिछले 88 वर्षो से अखंड दीपक प्रज्जवलित है। दीपक सतत जलता रहे, इसके लिए दो-दो घंटे की पारी में 'देवकन्याएं' समय देती हैं और सतत ...
Read More »‘उर्दू शायरी में गीता’ फैलाएगी धार्मिक सौहार्द
अनवर जलालपुर की इस कोशिश को 'हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट' ने अपने सांस्कृतिक कार्यक्रम 'राम भी, रहीम भी' के जरिए देश के लोगों तक पहुंचाना का फैसला किया है। ट्रस्ट ने उर् ...
Read More »प्राचीन “वैज्ञानिक सिद्धांतों” के अध्ययन की आवश्यकता है?
इस सप्ताह गोवा में आयोजित राष्ट्रीय स्तर के तीन-दिवसीय विज्ञान-सम्मेलन के आयोजक, जयंत साहस्रबुद्धय ने कहा है कि उन ऐसे प्राचीन "वैज्ञानिक' सिद्धांतों" का अध्ययन करने की आवश्यकता ह ...
Read More »माघ मेला : पूर्णिमा पर श्रद्घालुओं ने संगम में लगाई डुबकी
इलाहाबाद, 3 फरवरी (आईएएनएस)। तीर्थराज प्रयाग में पिछले एक महीने से लगे माघ मेले के आखिरी स्नान पर्व (माघी पूर्णिमा) पर मंगलवार को संगम तट पर श्रद्घालुओं का तांता लगा रहा। इस दौरान ...
Read More »शिव की हर्षित आँखों से निकला “रुद्राक्ष”
‘रूद्र’ का अर्थ होता है-भगवान शिव, और, ‘अक्ष’ का अर्थ होता है-‘आँख’ इस प्रकार से ‘रूद्राक्ष’ का अर्थ हुआ -‘भगवान शिव की आँखों से उत्पन्न पदार्थ ’। ऐसी मान्याता है कि -‘रूद्राक्ष’ ...
Read More »भारत प्रमुख धर्मो का जनक : दलाई लामा
लखनऊ , 31 जनवरी (आईएएनएस)। तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा ने उत्तर प्रदेश के फरुखाबाद जिले के संकिसा में कहा कि भारत प्रमुख धर्मो का जन्मदाता है और भारत में सभी धर्मो के लोग सर्व धर् ...
Read More »अवधूत भगवान् राम कुष्ठ सेवा आश्रम-कुष्ठी सेवा ही ईश्वर पूजा है जहाँ
वाराणसी-अवधूत भगवान राम कुष्ठ सेवा अाश्रम पड़ाव वाराणसी मे आज भी कुष्ठ रोग के ऐसे गम्भीर रोगियों को भर्ती कर के मुफ्त मे किया जाता है उनका इलाज । यहाँ भर्ती रोगीयों की सेवा जिस तन ...
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