..तुमको न भूल पाएंगे (डालमिया पर विशेष)
देश के खेल पदाधिकारियों के प्रति सामान्य में लोगों की धारणा मुंह बिचकाने वाली ही ज्यादा होती है। खेलों का इन महानुभावों ने बेड़ा गर्क जो किया हुआ है। परंतु कुछ ऐसे अपवाद भी इसी दे ...
Read More »स्वच्छ भारत अभियान पर कथनी और करनी में फर्क : थरूर
स्वच्छ भारत अभियान पर खुद इसके एक ब्रांड एंबेस्डर ने सवाल उठाए हैं। यह ब्रांड एंबेसडर कांग्रेस नेता शशि थरूर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ अन्य लोगों के साथ शशि थरूर को स् ...
Read More »पढ़कर आप भी बोल उठेंगे”उफ्फ”
जिसकी वजह से आज भारत की बड़ी आबादी मुफलिसी मैं जिंदगी बसर कर रही है … और चंद लोग सैंकड़ों नहीं हजारों लोगों का हक़ मारकर अपना घर भर रहे हैं जिसकी वजह से अब हमें मिलावटी चीजें / महँगी ...
Read More »शीना हत्याकांड : ये कहां जा रहे हम?
एक थी शीना और एक है इंद्राणी। इन दोनों पर कितना भी लिखा जाए, फिर भी एक सवाल बार-बार कुरेदती रहेगी कि क्या कोई मां ऐसा कर सकती है? यकीनन दिल नहीं मानता कि मां ऐसा करेगी, वह भी अपनी ...
Read More »विद्या-विहीन स्कूलों का औचित्य क्या है?
आज से लगभग 6 वर्ष पूर्व शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई एक्ट-2009) लागू किया गया था। यह भारत के स्कूली बच्चों को नि:शुल्क व अनिवार्य शिक्षा देने के सुविचार से लागू किया गया था, कि ...
Read More »हिंसा पर काबू पाने में भारत से सीख ले सकता है अमेरिका?
वाशिंगटन, 29 अगस्त (आईएएनएस)| अमेरिका यदि भारतीय कानून से थोड़ी सी सीख ले और सख्त हथियार कानून लागू करे तो वर्जीनिया में दो पत्रकारों की लाइव टेलीकास्ट के दौरान हुई हत्या जैसी त्र ...
Read More »पाकिस्तान से जीते इलाकों को लौटाने का पूर्व सैनिकों को रंज
नई दिल्ली, 30 अगस्त (आईएएनएस)। देश पाकिस्तान के साथ सन 65 के युद्ध की स्वर्ण जयंती मना रहा है। आज इस युद्ध के 50 साल बीतने के बाद भी पूर्व सैनिकों को इस बात का मलाल है कि पाकिस्ता ...
Read More »क्या काशी में बैठ झूठ बोला जा सकता है ?
बनारस और दिल्ली के बीच कई संयोग हैं। पहले भी थे, अब भी हैं, आगे भी घटते रहेंगे। कुछ संयोग हालांकि ऐसे होते हैं जिनकी ओर हमारा ध्यान सहज नहीं जाता। मसलन, कल शाम जब बनारस के अपने ...
Read More »बिहार चुनाव : मोदी के लिए कड़ी परीक्षा
बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार नए मतदाताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। करीब-करीब हर निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता सूची में 32,000 नए मतदाता जुड़े हैं और ये नतीजों पर असर डालने वाले ...
Read More »राष्ट्र भाषा से ही देश बनता है विकसित
उदारीकरण भाषा, चिन्तन, संस्कृति और अन्तत: समाज को भी प्रभावित करता है। जीवन का कोई पक्ष ऐसा नहीं जिस पर वैश्विक परिस्थितियों का कोई ना कोई प्रभाव न पड़े। किसी देश के विकास संबंधी ...
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