बिहार में क्यों हारी भाजपा? (फौजी के चश्मे से)
लखनऊ-। बिहार में भाजपा की हार के कारणों पर वैसे तो अब तक चहुंओर समीक्षाएं हो चुकी हैं। राजनीतिक दलों, पार्टी के लोगों और समाचार जगत से जुड़े सभी माध्यमों (मीडिया) ने अपने-अपने चश् ...
Read More »महागठबंधन के सामने फिका पड़ा मोदी का जादू – मोदी लहर पर भारी पड़ा लालू का लालटेन
कृष्णमोहन झा (लेखक राजनीतिक विश्लेषक हैं) बिहार विधानसभा चुनाव पर पूरे देश की नजरे थी आखिर आज वो दिन आ ही गया जिसका इंतजार राजनीतिक पंडितों को था। भारत की राजनीति की दशा और दिशा त ...
Read More »एक गांव को मलाल, नेता भूल गए 23 बच्चों की मौत
छपरा (बिहार)- बिहार के सारण जिले के मशरख प्रखंड के धर्मसती गंडामन गांव में विधानसभा चुनाव की कोई हलचल नहीं दिखती। लोकतंत्र के इस पर्व में भागीदारी के लिए लोग तैयार जरूर हैं, लेकिन ...
Read More »बच्चियों के यौन शोषण बीच कन्या पूजन बड़ा सवाल
भारतीय संस्कृति में नारी शक्ति का प्रतीक नवरात्रि पर्व का अहम महत्व है। पर्व के नौवें दिन कन्या पूजन सदियों से चली आ रही प्रथा का प्रमाण है, लेकिन दुर्भाग्य से वर्तमान में 'कन्या' ...
Read More »शिवकाशी आतिशबाजी उद्योग पर नया खतरा
चेन्नई, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)| चीन से कथित तौर पर अवैध रूप से आयातित पटाखों ने तमिलनाडु के शिवकाशी में आतिशबाजी उद्योग को जहां पहले ही काफी नुकसान पहुंचाया है, वहीं अब धार्मिक भावन ...
Read More »जहां तिथि से पहले मनाए जाते हैं 4 त्योहार
अपनी अनोखी लोक संस्कृति और परंपराओं के लिए विख्यात छत्तीसगढ़ में एक ऐसा गांव भी है, जहां के लोग अपने ग्राम देवता की प्रसन्नता के लिए चार प्रमुख त्योहार हफ्तेभर पहले ही मना लेते है ...
Read More »‘भारतीय मजदूर संघ” के सृजनकर्ता राष्ट्रयोगी श्री दत्तोपंत ठेंगड़ी, जन्म दिवस – 10 अक्तूबर 1920
वर्धा-श्री दत्तोपन्त ठेंगड़ी का जन्म दीपावली वाले दिन (10 अक्तूबर, 1920) को ग्राम आर्वी, जिला वर्धा, महाराष्ट्र में हुआ था। वे बाल्यकाल से ही स्वतन्त्रता संग्राम में सक्रिय रहे। 1 ...
Read More »बापू को नेताजी ने कहा था ‘राष्ट्रपिता’
नई दिल्ली, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। सत्य और अहिंसा के पुजारी राष्ट्रीय पिता महात्मा गांधी का नाम इतिहास के पन्नों में सदा के लिए अमर है। उन्होंने देश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण भूमि ...
Read More »मानवता के कल्याण का विचार है एकात्म मानवदर्शन-पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्मशती वर्ष पर विशेष (जयंती 25 सितंबर)
मनुष्य विचारों का पुंज होता है और सर्व प्रथम मनुष्य के चित्त में विचार ही उभरता है। वही विचार घनीभूत होकर संस्कार बनते है और मनुष्य के कर्म रूप में परिणीति हो कर व्यष्टि और समष्ट ...
Read More »जहां बच्चियां तरुणाई में बन जाती हैं लड़का!
लंदन, 22 सितम्बर (आईएएनएस)| तरुणाई की स्थिति में पहुंचने पर लड़कों की आवाज का भारी होना और मूड का बात-बात पर बदलना तो सभी जानते हैं। लेकिन, डोमिनिकन गणराज्य के एक हिस्से में ऐसा क ...
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