नई दिल्ली। बिहार के वैशाली जिले के सांसद रघुवंश प्रसाद सिंह ने सोमवार को संसद में काबुल के संग्रहालय में रखे गौतम बुद्ध के भिक्षापात्र को भारत लाने के लिए दबाव बनाया। शून्यकाल के दौरान उन्होंने पूर्व विदेश मंत्री एसएम कृष्णा के वादों की याद दिलाते हुए कहा कि भिक्षापात्र को भारत लाया जाना चाहिए। इसका अधिकतर सांसदों ने मेज थपथपाकर समर्थन किया।
ऐतिहासिक तथ्यों का हवाला देते हुए रघुवंश ने कहा कि वैशाली से जाते समय बुद्ध ने अपना भिक्षापात्र यहां के लोगों को दे दिया था। कनिष्क राजाओं के समय उसे पेशावर ले जाया गया और अब वह अफगानिस्तान के काबुल स्थित संग्रहालय में है। इतिहासकारों का भी मानना है कि वह भिक्षापात्र बुद्ध का ही है। जो देश और वैशाली के लोगों की धरोहर है। उन्होंने याद दिलाया कि पूर्व विदेश मंत्री ने आश्वासन दिया था कि अफगानिस्तान से बातचीत कर उसे वापस लाने का प्रबंध किया जाएगा। लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ।