new delhi:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा BJP कार्यकर्ताओं को फिल्मों जैसे अप्रासंगिक मुद्दों पर अनावश्यक टिप्पणी करने से परहेज करने का सुझाव दिए जाने के एक दिन बाद मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान आया है. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि उनकी बातें पार्टी सदस्यों के लिए शिरोधार्य हैं. मालूम हो कि नरोत्तम मिश्रा ने पिछले महीने ‘पठान’ के गीत ‘बेशरम रंग’ में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के पहनावे पर आपत्ति जताई थी.
मंत्री ने पहले भी भारतीय संस्कृति और परंपराओं का बचाव करते हुए कुछ अन्य फिल्मों और वेब सीरीजों में कुछ सामग्री पर आपत्ति जताई थी. पार्टी सूत्रों ने कहा कि मंगलवार को BJP की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को फिल्मों जैसे अप्रासंगिक मुद्दों पर अनावश्यक टिप्पणी करने से परहेज करने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा, ‘हम सारे दिन काम करते हैं और कुछ लोग किसी फिल्म पर बयान दे देते हैं, उसके बाद सारे दिन टीवी और मीडिया में वही चलता है. बेवजह के बयानों से बचना चाहिए.’
पीएम मोदी की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर और क्या उनके (मिश्रा) नाम का उल्लेख प्रधानमंत्री ने किया था, के सवाल पर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता मिश्रा ने पत्रकारों से कहा, ‘किसी का नाम नहीं लिया गया था, लेकिन उनका (प्रधानमंत्री मोदी) हर शब्द, वाक्य हमारे लिए शिरोधार्य है और इसलिए सारे कार्यकर्ता वहां से प्रेरणा लेकर आए हैं. हमारा आचरण और व्यवहार हमेशा उनके मार्गदर्शन और ऊर्जा से भरते हैं और आगे भी भरे रहेंगे.’ शिवराज कैबिनेट में मिश्रा प्रभावशाली मंत्री हैं और अक्सर अपनी विवादास्पद टिप्पणियों से सुर्खियों में रहते हैं… चाहे वह फिल्मों से संबंधित हो या अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं से.
बीते महीने, ‘पठान’ के गाने में दीपिका पादुकोण की भगवा पोशाक पर आपत्ति जताते हुए, मिश्रा ने चेतावनी दी थी कि अगर कुछ दृश्यों को ‘सही’ नहीं किया गया, तो सरकार इस बात पर विचार करेगी कि इसकी स्क्रीनिंग के बारे में क्या किया जाए. मिश्रा ने यह भी कहा था कि पादुकोण ‘टुकड़े टुकड़े गैंग’ की समर्थक रही हैं जैसा कि जेएनयू मामले में देखा गया.
इससे पहले इस साल अक्टूबर में मिश्रा ने महाकाव्य रामायण पर आधारित बॉलीवुड फिल्म ‘आदि पुरुष’ के निर्माताओं को चेतावनी दी थी कि अगर हिंदू धार्मिक हस्तियों को गलत तरीके से दिखाने वाले दृश्यों को नहीं हटाया गया तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसी साल जुलाई में मप्र के गृहमंत्री ने नाराजगी के बाद फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलई की डॉक्यूमेंट्री ‘काली’ के एक विवादित पोस्टर पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया था.