बैतूल। बैतूल के मांडवी में बोरवेल में गिरा छह साल का तन्मय आखिरकार अपनी जिंदगी की जंग हार गया। 84 घंटे तक चले बचाव अभियान के बाद बचाव दल ने शनिवार सुबह करीब 5.30 बजे उसे बाहर निकाला। लेकिन तब तक बोरवेल में गिरा तन्मय जिंदगी की जंग हार चुका था। तन्मय के शव को पोस्टमार्टम के लिए एंबुलेंस से जिला अस्पताल रवाना किया गया है। कलेक्टर अमनवीर सिंह बैंस ने बताया कि रेस्क्यू का काम पूरा कर लिया गया है। बॉडी एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाई जा रही है। 7 बजे बैतूल के जिला अस्पताल में शव को लाया गया। 5 डॉक्टरों की टीम शव का पोस्टमार्टम कर रही है।
मांडवी गांव में मंगलवार शाम को बोरवेल में गिरे तन्मय को बाहर निकालने बचाव अभियान 84 घंटे बाद पूरा हुआ। बचाव अभियान में जुटी टीम ने 10 फीट लंबी सुरंग की खोदाई रात करीब 2 बजे पूरी की और इसके बाद शनिवार सुबह करीब 5.30 बजे बचाव दल ने तन्मय को बाहर निकाला। तन्मय के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल लाया गया है। डाक्टरों की टीम सिविल सर्जन अशोक बारंगा की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कर रही है। तन्मय के माता-पिता ने इस बात को लेकर नाराजगी जताई है कि बोरवेल से बाहर निकालने पर उन्हें बेटे का चेहरा तक नहीं दिखाया गया। कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस ने बताया कि बोर 400 फीट गहरा है। बच्चा करीब 39 फीट की गहराई में फंसा था। रेस्क्यू टीम ने बोर के समानांतर 44 फीट गहरा गड्ढा खोदा। इसके बाद 9 फीट की हॉरिजेंटल सुरंग खोदी गई थी। इस लंबे चले रेस्क्यू ऑपरेशन में तकरीबन एनडीआरएफ और डीएसआरएफ के 61 जवानों की तैनाती की गई थी।
बच्चे के चाचा राजेश साहू ने कहा, हमारे लिए बहुत दुख की घड़ी है। हमने तो यह सोच रखा था कि सफल होंगे और हमारा बच्चा हमें वापस मिल जाएगा। बचाव दल ने तो दिन-रात प्रयास किया है, पर कहीं न कहीं लेट हो गए। अगर हमारे पास ऐसा कोई संसाधन होता, जिससे हम बच्चे को उसी दिन निकाल लेते, तो वो बच जाता। टीम वर्क बहुत अच्छा रहा, लेकिन हम लेट हो गए। बता दें कि 8 साल का तन्मय मंगलवार शाम को खेलते हुए बोरवेल में गिर गया था। 55 फीट की गहराई पर फंसे तन्मय को बचाने के लिए 84 घंटे का लंबा रेस्क्यू अभियान चलाया गया। पानी और पत्थरों की वजह से प्रशासन को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। 6 साल का तन्मय दूसरी क्लास में पढ़ता था। वह खेलते-खेलते बोरवेल के गड्ढे में गिर गया था।