50-वर्षीय रॉबर्ट बोवर्स पर 2018 में ट्री ऑफ लाइफ सिनेगॉग में नरसंहार की व्यवस्थित योजना बनाने और उसे अंजाम देने का आरोप साबित हुआ है. दो अगस्त को जूरी ने अपना फैसला सुनाया.
बोवर्स ने पांच पुलिसकर्मियों और 2 उपासकों को घायल भी कर दिया था. हमले के वक्त यहूदी मंडलियोंके सदस्य सब्त की पूजा और अध्ययन के लिए जमा हुए थे.
बोवर्स को यहूदियों के प्रति ऑनलाइन घृणा फैलाने और श्वेत वर्चस्ववादी मान्यताओं को बढ़ावा देने का भी दोषी पाया गया. उसे संघीय जूरी ने 63 आपराधिक मामलों में भी दोषी ठहराया और हमले के लिए मौत की सजा दी.
जूरी सदस्यों ने पाया कि बोवर्स का हमला यहूदियों के प्रति उसकी नफरत से प्रेरित था. इसके लिए उसने अमेरिका में सबसे बड़े और सबसे ऐतिहासिक यहूदी समुदायों में से एक स्थान ट्री ऑफ लाइफ को चुना.
यहां वह ज्यादा से ज्यादा तबाही कर सकता था. साथ ही, स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीययहूदी समुदायों के भीतर भय पैदाकरना चाहता था. जूरी ने पाया कि इसके लिए बोवर्स में पश्चाताप भी नहीं है. उसने केवल तभी आत्मसमर्पण कर दिया जब उसका गोला-बारूद खत्म हो गया.
फैसले के बाद एक प्रेस कांफ्रेंस में, ट्री ऑफ लाइफ कांग्रेगेशन पर हमले में जीवित बचे रब्बी जेफरी मायर्स ने हिब्रू कैलेंडर में “प्यार के दिन” पर फैसले के समय को महत्व दिया.