अगर हाथों की लकीरों में भगवान धन और सुख लिखना भूल गये हैं तो मायूस होने की जरूरत नहीं। हो सकता है कि आपके भाग्य का सुख कहीं और लिखा हो। यह आपके होठों, आंखों अथवा पेट के बीच में स्थित नाभि पर भी लिखा हो सकता है।
नाभि मनुष्य के शरीर का केन्द्र स्थान है। यहीं से शरीर का निर्माण होता है सभी अंग विकसित होते हैं। इसलिए नाभि की बनावट पर गौर करने पर आप जान सकते हैं कि आपके भाग्य में क्या लिखा है।
समुद्रशास्त्र के अनुसार जिन लोगों की नाभि फैली हुई, गहरी और गोल होती है वह बड़े ही भाग्यवान होते हैं। ऐसे लोगों के घर में लक्ष्मी सदैव निवास करती हैं। घर धन-धान्य से भरा पूरा होता है। भौतिक सुख सुविधाओं की प्राप्ति होती है।
जिनकी नाभि कमल की कर्णिका के समान सुन्दर होती है वह राजा के समान ऐश्वर्य और वैभव प्राप्त करने वाले होते हैं। जिनकी नाभि का झुकाव दायीं ओर होता है वह बुद्धिमान होते हैं। अपनी बौद्धिक योग्यता से समाज एवं कुल में प्रतिष्ठा प्राप्त करते हैं।
नाभि बांयी ओर होने पर व्यक्ति को मानसिक शांति मिलती है। ऐसे व्यक्ति तनाव और चिंताओं पर विजय पाना जानते हैं। नाभि का छोटा आकार शुभ नहीं होता है। ऐसे लोगों को जीवन में बार-बार कष्ट का सामना करना पड़ता है।
नीचे की ओर झुकी हुई नाभि होने पर व्यक्ति को सचेत रहना चाहिए। इन्हें आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है।