भगवान विष्णु के अब तक नौ अवतार हो चुके हैं और दसवें अवतार की प्रतीक्षा चल रही है। पुराणों में भगवान के दसवें अवतार की जो तिथि बतायी गयी है उसके अनुसार भगवान सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को जन्म लेंगे।
यह पावन तिथि इस वर्ष आज है। श्रीमद्भागवत पुराण के बारहवें स्कंद में लिखा है कि भगवान का कल्कि अवतार कलियुग की समाप्ति और सतयुग के संधि काल में होगा। इनके जन्म स्थान के विषय में श्रीमद्भागवत, स्कंध पुराण और कल्कि पुराण में बताया गया है कि कल्कि भगवान उत्तर प्रदेश में गंगा और रामगंगा के बीच बसे मुरादाबाद के संभल ग्राम में जन्म लेंगे।
भगवान के दसवें अवतार से जुड़ी रोचक बातें
पुराणों के अनुसार इनके पिता का नाम विष्णुदत्त होगा। विष्णुदत्त भगवान विष्णु के परम भक्त होंगे। जबकि गुरू गोविंद सिंह जी ने दशम नामक ग्रंथ में लिखा है कि कल्कि भगवान का जन्म कश्मीर में बिशन दत्त नाम के व्यक्ति के घर होगा। बारह वर्ष की उम्र में कल्कि भगवान त्रिकोता नामक कन्या से विवाह करेंगे।
भगवान के जन्म के समय ग्रहों की स्थिति के विषय में दक्षिण भारतीय ज्योतिषियों की गणना कहती है कि भगवान उस समय जन्म लेंगे जब चन्द्रमा धनिष्ठा नक्षत्र और कुंभ राशि में होगा। सूर्य तुला राशि में स्वाति नक्षत्र में गोचर करेगा। गुरू स्वराशि धनु में और शनि अपनी उच्च राशि तुला में विराजमान होगा। वर्तमान में शनि अपनी उच्च राशि तुला में ही गोचर कर रहा है।