डॉ. सिंह ने आकाशवाणी के रायपुर केद्र से प्रसारित अपनी मासिक रेडियो वार्ता में किसानों को यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के युवाओं से कहा, “छत्तीसगढ़ में हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को पूरा करने के लिए कौशल उन्नयन पर विशेष जोर दिया है। इस योजना के तहत अब तक छत्तीसगढ़ के तीन लाख युवाओं ने विभिन्न प्रकार के रोजगारमूलक काम-काज का प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वयं को हुनरमंद बना लिया है।”
मुख्यमंत्री ने जनता को विश्वास दिलाया कि उनकी सरकार फर्जी बैंकिंग और फर्जी चिटफंड कम्पनियों से निपटने के लिए सतर्क है। इसके लिए राज्य सरकार ने कानून भी बनाया है, जिसके तहत उन वित्तीय संस्थाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और दोषियों को कड़ी सजा देने का प्रावधान है, जो आम नागरिकों को ठग कर उनका पैसा हड़प लेते हैं। मुख्यमंत्री ने बताया-इस कानून के तहत कलेक्टर को सूचना दिए बिना कोई भी कम्पनी अपना वित्तीय कारोबार नहीं कर सकती। डॉ. रमन सिंह ने किसानों के लिए बारिश के इस मौसम के मंगलमय होने की कामना की।
डॉ. रमन सिंह ने वर्षा ऋतु के आगमन के साथ ही नये शिक्षा सत्र के शुरू होने का उल्लेख किया और स्कूल कॉलेजों में दाखिला लेने वाले सभी छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दी।
उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चे जो पहली बार स्कूल जा रहे हैं। उनके मन में स्कूल की जो छवि बनेगी, वह जीवन भर उनके काम आएगी। राज्य के विभिन्न जिलों में शिक्षा के क्षेत्र में स्थानीय स्तर पर हो रहे नए प्रयोगों की भी मुख्यमंत्री ने आज के अपने रेडियो प्रसारण में काफी तारीफ की।
उन्होंने कहा कि लोक सुराज अभियान के दौरान मुझे बहुत सारे अनुभव हुए और खुशी भी हुई कि शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा प्रयोग हमारे ग्रामीण शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने ‘रमन के गोठ’ में गरियाबंद जिले के ग्राम अकलवारा (विकासखंड-छुरा) के सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य जी.पी.वर्मा, व्याख्याता एस.के. वर्मा और वरिष्ठ नागरिक पूरन सिंह ठाकुर का विशेष रूप से उल्लेख किया और कहा कि ये लोग हर दिन सवेरे चार बजे उठकर गांव की गलियों में सीटी बजाकर बच्चों को नींद से जगाते हैं और उन्हें पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। ये लोग प्रभात फेरी के समय हाजिरी रजिस्टर भी रखते हैं, ताकि कोई भी बच्चा छूट न जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के कार्यों से पूरे गांव में शिक्षा का एक शानदार वातावरण बन गया है, जिसका परिणाम यह हुआ है कि इस वर्ष वहां दसवीं और बारहवीं बोर्ड के परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत आए हैं। डॉ. सिंह ने कहा-यह नवाचार चमत्कारिक है।
इसमें न किसी ने साधन मांगा, न सुविधा मांगी, बस अपनी जिम्मेदारी समझी और एक संकल्प लेकर बच्चों का भविष्य संवारने में लग गए। मैं इसके लिए ग्राम अकलवारा के शिक्षकों, बच्चों और उनके पालकों को बधाई देना चाहूंगा, जो एक अभिनव प्रयास कर रहे हैं।
डॉ. रमन सिंह ने अपनी रेडियो वार्ता में प्रदेश सरकार की युवा नीति की तैयारी और मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना के तहत चल रहे प्रयास आवासीय विद्यालयों के बच्चों के बेहतर प्रदर्शन का भी जिक्र किया।