दारेस्सलाम, 10 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तंजानिया की इस आर्थिक नगरी में भारत सरकार के कार्यक्रमों के तहत सौर ऊर्जा के दोहन में प्रशिक्षित विभिन्न अफ्रीकी देशों की महिलाओं के एक समूह ‘सोलर ममाज’ की सदस्यों से मुलाकात की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्विटर पर कहा, “प्रधानमंत्री भारतीय विकास मदद के तहत व्यावसायिक कौशल में प्रशिक्षित महिलाओं के साथ बातचीत की।”
मोदी ने जब समूह की एक महिला से पूछा कि वह कितने समय से सौर परियोजनाओं पर काम कर रही हैं, तो उन्होंने कहा कि वह नौ वर्षो से यह कर रही हैं।
राजस्थान के अजमेर स्थित तिलोनिया का ‘बेयरफुट कॉलेज’ भारत सरकार के सहयोग से विभिन्न विकासशील देशों की ग्रामीण सौर इंजीनियर महिलाओं को घरेलू सौर प्रकाश प्रणाली में प्रशिक्षण दे रहा है। इनमें अफ्रीकी देशों की महिलाएं भी शामिल हैं।
तंजानिया के जंजीबार द्वीप में और अफ्रीका के कुछ अन्य देशों में सौर विद्युतीकरण कौशल प्रदान करने और सौर किट वितरण के लिए ‘बेयरफुट महिला व्यावसायिक प्रशिक्षण कॉलेज’ स्थापित किया गया है।
इन कॉलेजों में मधुमक्खी पालन और सिलाई जैसे अन्य व्यावसायिक कौशलों का प्रशिक्षण भी दिया जाता है।
महिलाओं ने रविवार को मोदी के साथ मुलाकात के दौरान उन्हें विभिन्न उत्पाद भी दिखाए, जो उन्होंने इन कॉलेजों से मिले व्यावसायिक प्रशिक्षण के बाद बनाए हैं, और जनाधिकार गान ‘हम होंगे कामयाब’ भी गाकर सुनाया।
इस बैठक में तंजानिया के उप विदेश मंत्री सुसान ए. कोलिम्बा और जंजीबार के भूमि, मकान, जल एवं ऊर्जा मंत्री सलमा अबाउद तालिब भी मौजूद थीं।
इससे पहले रविवार को मोदी और तंजानिया के राष्ट्रपति जॉन मागुफुली की संयुक्त अध्यक्षता में हुई द्विपक्षीय वार्ता के दौरान भारत और तंजानिया के बीच पांच समझौते हुए, जिसमें जंजीबार में एक व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने पर हुआ समझौता भी शामिल है।
रविवार को हुई वार्ता से पहले यहां स्टेट हाउस में मोदी के स्वागत में रंगारंग समारोह का आयोजन किया गया था।
मोदी ने समारोह में मागुफुली के साथ पारंपरिक ड्रम भी बजाया।
मोदी अफ्रीका के चार देशों की यात्रा के तीसरे चरण में शनिवार रात तंजानिया पहुंचे थे।