नई दिल्ली, 10 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली की एक अदालत ने रविवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पूर्व प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार एवं छह अन्य को भ्रष्टाचार के मामले में एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
उप महानगरीय दंडाधिकारी ने केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) को यह भी निर्देश दिया कि अभियुक्तों की पुलिस हिरासत अवधि बढ़ाने की मांग के लिए उन्हें सोमवार को एक विशेष अदालत में पेश करें।
अदालत ने कहा कि चूंकि पुलिस हिरासत सीबीआई की प्राधिकृत अदालत से मिली थी, इसलिए हिरासत बढ़ाने के मामले की सुनवाई भी उसी अदालत को करनी चाहिए।
इससे पहले सीबीआई ने अभियुक्तों की तीन दिनों की पुलिस हिरासत मांगी थी, ताकि उनका एक-दूसरे से आमना-सामना कराया जा सके।
सीबीआई ने इंटेलीजेंट कम्युनिकेशन सिस्टम इंडिया लिमिटेड (आईसीएसआईएल) के प्रबंध निदेशक आर. के. कौशिक एवं पूर्व प्रबंध निदेशक जी. के. नंदा को तीन दिन के लिए पुलिस हिरासत में सौंपने की मांग की थी। इन दोनों को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था।
अदालत ने कहा कि दोनों आवेदनों पर सोमवार को सीबीआई की प्राधिकृत अदालत सुनवाई करेगी।
राजेंद्र कुमार 1989 बैच के अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश काडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी हैं। इन पर अपने पद कर दुरुपयोग कर दिल्ली सरकार का 9.5 करोड़ रुपये का ठेका निजी कंपनी इंडेवर सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड(ईएसपीएल) को देने का आरोप है।
कुमार, कौशिक और नंदा के अलावा इस मामले के अन्य अभियुक्त हैं कुमार के सहयोगी अशोक कुमार, इंडेवर सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड(ईएसपीएल) के दो निदेशक संदीप कुमार एवं दिनेश कुमार गुप्ता और वैट विभाग के पूर्व सहायक निदेशक तरुण शर्मा।