इस्लामाबाद, 6 जुलाई (आईएएनएस)। इस्लाम के दूसरे पवित्र स्थल मदीना की मस्जिद-ए-नबवी (पैगम्बर की मस्जिद) के बाहर और देश में हुए श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोटों के बाद पाकिस्तान ने सऊदी अरब को फिर से सुरक्षा का आश्वासन दिया है।
पाकिस्तानी अखबार ‘डॉन’ की वेबसाइट के अनुसार, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा, “सरकार सऊदी अरब की सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति अपनी स्थाई प्रतिबद्धता दोहराती है।”
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के बयान में सोमवार को जेद्दा, मदीना और कातिफ में हुए हमले का उल्लेख है।
जेद्दा में एक पाकिस्तानी नागरिक ने हमला किया। 12 साल पहले वह टैक्सी चालक के रूप में काम करने सऊदी अरब गया था।
यह आश्वासन तब दिया गया है, जब पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने फोन पर सऊदी अरब के रक्षा मंत्री शाहजादा मुहम्मद बिन सलमान से बातचीत की।
आईएसपीआर (इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन) ने एक बयान में कहा, “पाकिस्तान के सेना प्रमुख हमले के पीड़ित परिवारों के साथ सहानुभूति रखते हैं और आतंकवाद के खतरे से लड़ने में हम सऊदी अरब के साथ कंधे से कंधे मिलाकर खड़े हैं।”
सऊदी अरब के साथ पाकिस्तान का एक समझौता है, जो रियाद की सुरक्षा की गारंटी देता है। इस समझौते पर गत साल तब सवाल खड़ा हो गया, जब यमन पर सऊदी हमले के लिए पाकिस्तान ने अपनी सैन्य टुकड़ी नहीं भेजी।
बाद में इस्लामाबाद ने आतंकवाद के खिलाफ 34 देशों के सैन्य गठबंधन में शामिल होकर अपनी भूल को सुधारा। हालांकि काफी समय तक वह यह कहता रहा कि गठबंधन के बारें में विस्तार से वह अवगत नहीं था।
इस बीच प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के कार्यालय से मंगलवार को एक बयान जारी कर आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई में सभी मुस्लिम देशों से एकजुट होने का आह्वान किया गया।
उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होने पर बल देते हुए याद दिलाया कि रमजान के महीने में तुर्की, इराक, सऊदी अरब और बांग्लादेश में हुए अधिकांश हमले आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने किए।
बयान के अनुसार, महादेशों में बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों के मद्देनजर शरीफ ने आतंक रोधी प्रयासों में एकजुटता पर बल दिया।