जम्मू। पांचवी वार्षिक पांच दिवसीय हरमुख गंगा यात्रा कश्मीर में ग्यारह सितंबर से शुरू हो रही है। देश के विभिन्न हिस्सों से खासी संख्या में कश्मीर पंडित इस यात्रा में हिस्सा लेंगे।
गांदरबल जिले के कंगन से साढ़े चौदह हजार फीट ऊंचाई पर स्थित गंगबल झील पर तेरह सिंतबर को गंगा अष्टमी के दिन कश्मीरी पंडित अपने पूर्वजों व शहीदों का श्राद्ध करेंगे। यात्रा की तिथि रविवार को हरमुख गंगा ट्रस्ट के उप अध्यक्ष व राष्ट्रीय प्रवक्ता किंग भारी व ऑल पार्टी माइग्रेंट कोऑर्डिनेशन कमेटी के महासचिव अरुण कांडरू ने जारी की।
यात्रा 11 सिंतबर को श्रीनगर से कंगन के नारण नाग जाएगी। अगले दिन नारण नाग में छड़ी पूजन के बाद गंगबल झील के लिए चढ़ाई की जाएगी। 13 को पूजा की जाएगी। यात्रा पंद्रह सिंतबर को संपन्न होगी। यात्रा के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया रविवार को शुरू हो गई। यह प्रक्रिया बीस अगस्त तक जारी रहेगी। इसके बाद सुरक्षा कारणों के मद्देनजर पंजीकरण नहीं किया जाएगा।