जल-संसाधन विभाग प्रदेश के 12 जिलों में निर्माणाधीन परियोजना के 18 विभिन्न निर्माण कार्य पर 305 करोड़ 38 लाख 35 हजार रूपये खर्च करेगा। सर्वाधिक राशि झाबुआ जिले की माही परियोजना के कार्य पर 159 करोड़ से अधिक राशि खर्च होगी।
प्रमुख अभियंता श्री एस.जी. चौबे ने बताया कि झाबुआ जिले की माही बाँयी तट मुख्य नहर की माही शाखा नहर 45 किलोमीटर, इसकी वितरण नहर प्रणाली में 80 किलोमीटर के कार्य, पक्के कार्य सहित नहर निर्माण, लाइनिंग कार्य, रिमोल्डिंग आदि पर 159 करोड़ 51 लाख 89 हजार, सिवनी जिले में संजय सरोवर परियोजना के तीन विभिन्न निर्माण कार्य पर 89 करोड़ 12 लाख 46 हजार, खरगोन जिले के देजला, देवड़ा तालाब के मुख्य बाँध एवं नहर पर मिट्टी कार्य, पक्के स्ट्रक्चर्स की मरम्मत, सीमेंट-कांक्रीट कार्य एवं आर.सी.ब्रिज निर्माण कार्य पर 15 करोड़ 24 लाख 84 हजार, रीवाजिले की बाण सागर परियोजना के अंतर्गत गुढ़-मऊगंज उद्वहन सिंचाई योजना के 43 पक्के निर्माण कार्य पर 13 करोड़ 82 लाख 44 हजार, पन्ना जिले में मुरकुछु एवं पटपरा तालाब योजना के बाँध-नहर निर्माण पर 10 करोड़ 08 लाख 96 हजार, दमोह जिले के अमवाही जलाशय के बाँध के सम्पूर्ण निर्माण पर 3 करोड़ 97 लाख 48 हजार, उज्जैन जिले के तराना के कांकरिया चाँद बैराज निर्माण पर 3 करोड़ 66 लाख 16 हजार, हरदा जिले में तवा बाँयी तट मुख्य नहर के अंतर्गत माचक उप नगर की डीप कर रीच उकुल 22 चेन तक आर.सी.सी. चैनल निर्माण कार्य पर 2 करोड़ 89 लाख 69 हजार, होशंगाबाद जिले के मरदानपुर उद्वहन सिंचाई सब स्टेशन तथा 33 के.व्ही.ए. की विद्युत लाईन खड़ी कर 1020 के.व्ही.ए. एवं एच.टी. कनेक्शन आदि कार्य पर 1 करोड़ 86 लाख 97 हजार, सतना जिले में पुरवा मुख्य नगर के निमी माइनर निर्माण कार्य सहित आर.डी. 0 मीटर से 1260 मीटर तक और हेड रेग्युलेटर आर.डी.860.35 मीटर कार्य, पुरवा मुख्य नहर के आर.डी. 94.65 से 96.36 किलोमीटर तक के शेष कार्य आदि पर 1 करोड़ 11 लाख 91 हजार, राजगढ़जिले के रनावा बैराज के निर्माण पर 88.41 लाख एवं भोपाल जिले के लोवर सिंहावल नहर के जलद्वारों पर रेलिंग, डेकिंग, ट्रेस्टल असेम्बली का प्रदाय एवं फेब्रीकेशन आदि पर 53.90 लाख रूपये की राशि खर्च की जाएगी।