नई दिल्ली, 12 जून (आईएएनएस)। अगले साल उत्तर प्रदेश और पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस ने रविवार को वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और कमलनाथ को क्रमश: उत्तर प्रदेश और पंजाब के पार्टी मामलों का प्रभारी बनाया।
कमलनाथ को 1984 के सिख विरोधी दंगों में कथित संलिप्तता को लेकर नानावती आयोग ने दोषी बताया था। कमलनाथ को पार्टी की हरियाणा इकाई का भी प्रभारी बनाया गया है जहां भाजपा सत्ता में है।
अगले साल होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा-शिरोमणि अकाली दल गठबंधन, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच कड़ा संघर्ष होने की उम्मीद है।
कांग्रेस हाल में संपन्न पांच राज्यों के चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद उत्तर प्रदेश में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है।
देश के सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा), मुख्य विपक्षी दल बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एवं कांग्रेस में भी कड़ा संघर्ष होगा।
कांग्रेस ने एक सलाहकार के रूप में चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की सेवा भी ली है।
इसके पहले मधुसूदन मिस्त्री और शकील अहमद उत्तर प्रदेश और पंजाब एवं हरियाणा के प्रभारी थे।
भाजपा उत्तर प्रदेश में वर्ष 2014 के करिश्मे को दोहराना चाहती है जब उसने लोकसभा की 80 सीटों में से 71 पर जीत दर्ज की थी।