पटना।। बिहार बीजेपी में सुशील मोदी के खिलाफ बगावत हो गई है। सुशील मोदी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले हायाघाट के विधायक अमरनाथ गामी को बीजेपी ने निलंबित कर दिया है। हालांकि, बीजेपी की मुश्किल यह है कि उसके कुछ विधायक खुलकर गामी के समर्थन में आ गए हैं। बीजेपी ने इस ‘बगावत’ के लिए जेडी(यू) और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया है।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा कि जेडी (यू )में संभावित विद्रोह से नीतीश भयाक्रांत हैं और हमारे विधायकों को मंत्रिपद और संबंधियों को विधान परिषद में सीट का प्रलोभन दिया जा रहा है। मंगल पांडेय ने कहा कि नीतीश में में हिम्मत है, तो कैबिनेट का विस्तार करें। दूसरी तरफ, जेडी(यू) के वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह ने दावा किया, ‘बीजेपी के 42 और आरजेडी के 17 विधायक हमारे संपर्क में हैं। जिस दिन चाहें, उस दिन दलों को तोड़ देंगे। समय आने पर उन्हें शामिल कराया जाएगा।’
हालांकि, इसका जवाब देते हुए सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि अगर उनकी पार्टी टूटी तो दूसरी पार्टी भी नहीं बचेगी। उन्होंने इशारों-इशारों में कहा कि जितने विकेट इधर गिरेंगे, उतने ही विकेट दूसरी ओर भी गिरेंगे।
सुशील कुमार मोदी के खिलाफ बयान देने के बाद अमरनाथ गामी को पार्टी ने निलंबित तो कर दिया, लेकिन उसके बाद जाले के बीजेपी विधायक विजय कुमार मिश्र ने गामी के निलंबन का विरोध करते हुए कहा है कि उनकी पीड़ सही है। निलंबन के बाद गामी ने कहा कि पार्टी मंच पर सही बात रखने की उन्हें सजा मिली है। पार्टी की बैठक में गामी ने सुशील मोदी पर आरोप लगाया था,’उन्होंने पार्टी को हाइजैक कर लिया है। मोदी ने अपने आगे किसी को निकलने नहीं दिया। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह और डॉ. सीपी ठाकुर को टांग मारने का उन्होंने काम किया है।’ गामी ने कहा कि वह बीजेपी नहीं छोडेंगे और पार्टी में ही रह कर संघर्ष करेंगे।