फिल्मी दुनियां में आपको ऐसे ढ़ेरों उदाहरण मिल जाएंगे जिनकी शादी कामयाब नहीं हुई है। कुछ समय साथ रहने के बाद पति-पत्नी अलग हो जाते हैं। आजकल कुछ बड़े परिवार एवं समान्य परिवारों में भी इस तरह की घटनाएं होने लगी हैं।
इसका कारण यह है कि दुनियाबी बातों के आधार पर लोग जीवनसाथी का चुनाव कर लेते हैं। इससे आपसी संबंध कभी प्रगाढ़ नहीं हो पाते और कुछ वर्षों में अलगाव की स्थिति आ जाती है।
अगर अपनी राशि का ध्यान रखते हुए जीवनसाथी का चुनाव करें तो एक दूसरे को अच्छी तरह समझेंगे और दांपत्य जीवन में प्यार ही प्यार होगा। उदाहरण के तौर पर अभिनेत्री बिपाशा बसु और कैटरीना कैफ की मेष राषि है जिनका मेल मिथुन राशि वालों से अच्छा बैठता है।
अगर यह मिथुन राशि वाले लड़के से शादी करती हैं तो इनका दांपत्य जीवन अधिक सुखी रहेगा। इसी प्रकार तुला राशि की दीपिका पादुकोण का कुंभ राशि वाले वर से मधुर संबंध बना रहेगा।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार किसी व्यक्ति के संबंध को उसकी राशि काफी हद तक प्रभावित करती है। अगर राशियों के बीच आपसी संबंध मधुर होते हैं तो वैवाहिक संबंध एवं मित्रवत संबंध भी मधुर होते हैं। अगर राशियों में दुश्मनी हो तो व्यवहारिक जीवन में भी इसका असर दिखता है।
ज्योतिषशास्त्र में कुल बारह राशियों का जिक्र किया गया है। इनमें मेष, सिंह और धनु को अग्नि प्रधान राशि कहा गया है। वृष, कन्या और मकर राशि को भूमि प्रधान। जबकि जल प्रधान राशियों में कर्क, वृश्चिक और मीन को रखा गया है। मिथुन, तुला और कुंभ इन तीन राशियों को वायु प्रधान राशि कहा गया है।
अगर आपकी जन्म राशि अग्नि प्रधान है तो वायु प्रधान राशि का जीवनसाथी आपके लिए अनुकूल होगा। जबकि इसके विपरीत वृश्चिक और धनु, कुंभ और मीन, कन्या और तुला, वृष और मिथुन राशिवाले दूल्हे और दुल्हन को वैचारिक मतभेद एवं अन्य कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।