तिरुवनंतपुरम, 20 मई (आईएएनएस)। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री व दिग्गज नेता वी.एस. अच्युतानंदन को दरकिनार कर पिनाराई विजयन को केरल के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुनने का फैसला किया।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि अच्युतानंदन (92) इस फैसले से खुश नहीं दिखे, क्योंकि उन्हें लगा था कि उन्हें दूसरा मौका मिल सकता है। उन्हें ऐसा लगा था कि अभी यह पद उन्हें दिया जा सकता था, जिसे वह बाद में विजयन को सौंप देते।
पिनाराई (72) व अच्युतानंदन को माकपा में एक-दूसरे के धुर विरोधी के रूप में जाना जाता है।
माकपा के राज्य सचिवालय में पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में विजयन को मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया। बैठक में येचुरी के पूर्ववर्ती प्रकाश करात भी मौजूद थे, जिन्हें विजयन का करीबी माना जाता है।
इस बाबत आधिकारिक घोषणा शुक्रवार को की जा सकती है। विजयन केरल के 22वें मुख्यमंत्री होंगे।
विजयन कन्नूर जिले के पिनाराई गांव से हैं। वह छात्र दिनों के दौरान माकपा से जुड़े। माकपा में उनके गुरु दिग्गज ए. के. गोपालन थे।
विजयन को 24 साल की उम्र में माकपा की कन्नूर जिला समिति में शामिल किया गया। उसके बाद वह पार्टी में तेजी से आगे बढ़े।
वह पहली बार 1970 में चुनाव में खड़े हुए थे। वह 1996 में ई.के. नयनार के मंत्रिमंडल में बिजली मंत्री बनाए गए। विजयन पांच बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं।
इसी अवधि में वह निर्विवाद रूप से संगठन के नेता बन गए। वह 1998 से 2015 तक पार्टी के प्रदेश सचिव रहे।
विजयन के परिवार में शिक्षिका पत्नी टी. कमला (सेवानिवृत्त), एक बेटा व एक बेटी हैं।