दुनिया में कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें कभी धन की कमी नहीं सताती। अगर धन की परेशानी आ भी जाए तो अधिक समय तक नहीं रहती। दरअसल विशाखा नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग ही ऐसे भाग्यवान होते हैं।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार 27 नक्षत्रों में विशाखा नक्षत्र का स्थान सोलहवां है। इस नक्षत्र का स्वामी गुरू है। इसके तीन चरण तुला राशि में एवं अंतिम चरण वृश्चिक राशि में होता है।
इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति की विशेषता होती है कि यह पढ़ने-लिखने में होशियार होते हैं और आमतौर पर उच्च शिक्षा प्राप्त करते हैं। इसका कारण यह भी है कि शारीरिक परिश्रम करने में यह पीछे रहते हैं इसलिए बुद्धि और ज्ञान ही इन्हें जीवन मे कामयाब बनाता है।
ऐसे व्यक्ति की खूबी होती है कि धन कमाने के साथ ही बचत का भी ध्यान रखते हैं इसलिए कठिन समय में भी इन्हें आर्थिक दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता। लॉटरी एवं शेयर से भी इन्हें लाभ मिलता है।
विशाखा नक्षत्र में जिन लोगों का जन्म होता है उन्हें व्यापार की बजाय नौकरी करना ज्यादा पसंद होता है। सरकारी नौकरी में इनकी विशेष रूचि होती है। इनकी वाणी एवं व्यवहार में नम्रता और मधुरता रहती है। इसलिए इनका सामाजिक दायरा काफी बड़ा होता है। इनकी महत्वाकांक्षा ऊंची होती है और अपने लक्ष्य को पाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहते हैं। परिश्रम के अनुसार भाग्य भी सदैव इनका साथ देता है।
इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों में अपने परिवार के प्रति विशेष लगाव रहता है। एकल परिवार की बजाय संयुक्त परिवार में रहना इसे पसंद होता है और ऐसे लोग परिजनों की खुशियों के लिए हर संभव प्रयास करते हैं। काम से समय निकालकर परिवार के सदस्यों के साथ समय बिताना इन्हें अच्छा लगता है।