नगर के गली कूचे और भीड़भाड़ वाले बाजार में भी सन्नाटा देखा गया। न्यूनतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बढ़ते तापमान से यमुना और बेतवा नदी अब इन दिनों नाले में तब्दील हो चुकी है। इन नदियों में पानी न के बराबर होने से लोग पैदल ही नदी पार करते देखे जा रहे हैं। यमुना नदी का स्वरूप इस कदर बिगड़ चुका है कि लोग नदी के पानी से आचमन करने से भी तौबा करते हैं।
गर्मी का कहर स्थानीय नदियों पर बरप रहा है। मौदहा क्षेत्र के तहत कभी बड़े भूभाग में बहने वाली चंद्रावल नदी सूख गई है, वहीं तेज धूप से केन नदी का पानी भी रसातल में पहुंच गया है।
पिछले दो हफ्ते से पड़ रही जबरदस्त गर्मी ने हमीरपुर जनपद का जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है। लोग पसीने से तरबतर रहते हैं। गर्मी से बेहाल प्यासे लोगों को मुफ्त पीने का पानी भी नसीब नहीं हो रहा है।
हमीरपुर बस डिपो के अंदर और बाहर लोग दो रुपये में पानी का छोटा पाउच खरीदकर प्यास बुझाने को मजबूर हैं। पाउच वाला पानी संक्रामक बीमारियां दे सकता है, यह समझते हुए भी लोग खरीद रहे हैं। आखिर जान तो बचानी है।
स्थानीय निवासी शिवराम चौहान ने बताया कि हर साल रेडक्रॉस सोसायटी के तत्वाधान में नि:शुल्क प्याऊ की व्यवस्था बस स्टॉप व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर की जाती रही है, लेकिन प्रशासन ने अबकी बार नि:शुल्क प्याऊ की व्यवस्था नहीं कराई है।