चंडीगढ़, 16 मई (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी (आप) ने सोमवार को कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का रुख घोटाले, भ्रष्टाचार और राज्य के किसानों की आत्महत्या जैसे मुद्दों पर टालमटोल करने वाला और जिम्मेदारी से भागने वाला है।
आप के वरिष्ठ नेता और पंजाब मामलों के प्रभारी संजय सिंह ने मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से संक्षिप्त मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री आवास के बाहर मीडिया से बात की।
उन्होंने कहा, “खाद्यान्न घोटाला, भ्रष्टाचार, किसानों की आत्महत्या और माफिया राज जैसे अधिकांश मुद्दों पर उनका रुख टालमटोल वाला है।”
दूसरी तरफ मुख्यमंत्री बादल ने कहा कि आप ने जो मुद्दे उठाए हैं, उनमें से अधिकांश केंद्र सरकार के दायरे में आते हैं।
संजय सिंह मुख्यमंत्री बादल से मुलाकात करने वाले आप के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। मुख्यमंत्री बादल इस प्रतिनिधिमंडल से मिलने के लिए सेक्टर दो स्थित सरकारी आवास से बाहर निकल आए थे।
इससे पहले आप के करीब 15 हजार कार्यकर्ता मुख्यमंत्री बादल के चंड़ीगढ़ स्थित आवास की तरफ कूच करने के लिए चंडीगढ़ से लगे मोहाली शहर के फेज 7 के करीब दशहरा मैदान के पास जमा हुए।
चंडीगढ़ पुलिस ने मोहाली-चंडीगढ़ सीमा पर आप कार्यकर्ताओं को रोक दिया।
आप नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने बाद में पंजाब के कार्यवाहक राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी से राजभवन जाकर मुलाकात की और उन्हें बादल सरकार के खिलाफ ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में पंजाब में आम आदमी पार्टी के मामलों के प्रभारी संजय सिंह, राज्य संयोजक सुचा सिंह छोटेपुर, सांसद भगवत मान और हास्य अभिनेता गुरप्रीत घुग्गी शामिल थे।
पंजाब सरकार के खिलाफ आप के प्रदर्शन के कार्यक्रम को देखते हुए सोमवार को चंडीगढ़ एवं आसपास सुरक्षा की कड़ी व्यवथा की गई थी।
आप के कार्यकर्ता 12 हजार करोड़ के खाद्यान्न घोटाले के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। ‘आप’ का कहना है कि बादल सरकार घोटाले की जांच नहीं करा रही है। पार्टी ने इसके साथ ही राज्य में मादक पदार्थ, माफिया और भ्रष्टाचार के कथित वर्चस्व का मुद्दा भी उठाया।
आप के प्रदर्शन के मद्देनजर सोमवार सुबह से ही मुख्यमंत्री के सरकारी आवास और उनके बेटे एवं उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के आवास के पास पुलिस ने अवरोधक लगा दिए थे। बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे।
हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी के सेक्टर 6 स्थित सरकारी आवास के आसपास भी कड़ी सुरक्षा की गई थी।
आप कार्यकर्ताओं को अति विशिष्ट लोगों के आवास तक पहुंचने से रोकने के लिए चंडीगढ़ में प्रवेश के सभी मार्गो पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।
मुख्यमंत्री बादल ने आप नेताओं से मिलने के लिए सोमवार को अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए थे। आप के नेता मुख्यमंत्री के सरकारी आवास के बाहर प्रदर्शन करना चाहते थे।
पूर्व में बादल अपने आवास के बाहर प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं।
पंजाब में अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं।