बलिया (उत्तर प्रदेश), 1 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि बलिया की धरती क्रांतिकारी है। मई दिवस पर उन्होंने कहा कि इस देश का मजदूर नंबर 1 सभी मजदूरों को कोटि-कोटि नमन करता है। उन्होंने कहा कि मजदूरों के पसीने में दुनिया को जोड़ने की ताकत है।
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने मजूदरों के लिए श्रम कानूनों में आमूल-चूल परिवर्तन किया है। देश में तीस लाख से ज्यादा श्रमिक ऐसे थे, जिनमें किसी को 100 रुपये तो किसी को 15 रुपये पेंशन मिलती थी। लेकिन उनकी सरकार ने पेंशन की न्यूनतम राशि 1000 रुपये कर दी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वाचल के लोगों ने उन्हें प्यार दिया है और इस कर्ज को वह यहां विकास के जरिए चुकाएंगे। इस दौरान मोदी ने सब्सिडी छोड़ने वालों की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि 11000,000 से ज्यादा परिवारों ने सब्सिडी छोड़ी है और उनका सम्मान किया जाना चाहिए।
मोदी ने कहा, “मैं बलिया में चुनाव का बिगुल बजाने नहीं आया हूं। बलिया इसलिए आया हूं कि यहां सबसे कम परिवारों को रसोई गैस मिलती है और हमें यहां गैस कनेक्शन की संख्या बढ़ानी है।”
उन्होंने कहा, “मैं राजनीतिक पंडितों को बताना चाहता हूं कि वो दिन याद करें, जब कोई सांसद बनता था तो उसे एक साल में 25 गैस के कूपन दिए जाते थे और वे 25 परिवारों को गैस दिलाते थे।”
उन्होंने कहा कि कई बार लोग उस कूपन को हासिल करने के लिए 10-15 हजार रुपये भी खर्च करते थे और जरूरतमदों को गैस की सुविधा नहीं मिल पाती थी। उन्होंने कहा कि तीन साल के भीतर पांच करोड़ गैस कनेक्शन देश भर में गरीब परिवारों तक पहुंचाने हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बचपन में कई बार जब उनकी मां उन्हें खाना परोसती थीं तो कमरे में फैले धुएं की वजह से वह उसे देख भी नहीं पाते थे।
मोदी ने कहा कि “जब तक मतपेटियों को ध्यान में रखकर गरीबों के लिए योजानाएं बनेंगीं तब तक गरीबी नहीं जाएगी। गरीबों को ध्यान में रखकर योजानाएं बनाई जानी चाहिए।” उन्होंने इस दौरान लोगों से गंगा में गंदगी नहीं फैलाने की अपील भी की।
इससे पहले केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने मोदी का स्वागत करते हुए कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत बीपीएल परिवारों की पांच करोड़ महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन दिए जाएंगे।
पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि गरीब महिलाओं को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन दिए जाएंगे और पहले साल डेढ़ करोड़ महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “पहले मजदूरों के भविष्य निधि खातों का कोई हिसाब नहीं होता था। केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद मजदूरों की मेहनत की कमाई सुरक्षित रखने का प्रयास किया गया है। सरकार के खाते में इन मजूदरों के 27 हजार करोड़ रुपये निष्क्रिय पड़े थे। हमने भविष्य निधि खाता के लिए एक ऐसा तरीका बनाया है कि अब कर्मचारी जहां-जहां काम करेंगे, साथ-साथ उनके पैसे भी जाएंगे।”
उन्होंने कहा कि पहले मजूदरों को बोनस सिर्फ 3500 रुपये मिलते थे, लेकिन उनकी सरकार ने तय किया कि बोनस की न्यूनतम राशि सात हजार रुपये होनी चाहिए। पहले न्यूनतम मजूदरी 10 हजार रुपये होती थी, जिसे बढ़ा कर 21 हजार रुपये कर दी गई है।
र्कायक्रम में मंच पर उपस्थित अन्य नेताओं में राज्यपाल राम नाईक, केंदं्रीय रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा, बलिया से सांसद भरत सिंह और राज्य के कैबिनेट मंत्री रामगोविंद चौधरी शामिल थे।