लेख में दावा किया गया है कि चीन ने हमेशा ही विदेशी एनजीओ के संचालन और देश में मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान के विकास का स्वागत किया है। हालांकि कानूनों की कमी के कारण कई बार समस्याएं भी पैदा हुई हैं।
‘पीपुल्स डेली’ ने कहा कि विदेशी एनजीओ आदान-प्रदान और सहयोग की आड़ में कई बार चीन की राष्ट्रीय सुरक्षा और हितों को प्रभावित करने वाले अपराधों में भी संलग्न रहे हैं।
चीन की शीर्ष विधायी संस्था द्वारा गुरुवार को अंगीकार नया कानून 1 जनवरी, 2017 से प्रभावी हो जाएगा।
लेख के अनुसार, विदेशी एनजीओ को इस बीच अपने दायित्वों को समझने और अधिकारियों को कानून सही तरीके से लागू करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा।