मुंबई, 1 मई (आईएएनएस)। अपनी नृत्य शैली के लिए लोकप्रिय रहे अभिनेता गोविंदा का कहना है कि उनका डांस असल में डांस की तरह नहीं था।
संदीप सोपारकर द्वारा आयोजित ‘थर्ड इंडिया डांस वीक’ में शामिल गोविंदा ने कहा, “आपने नृत्य के कई प्रारूप देखे होंगे, लेकिन इसका नया प्रारूप आ रहा है। इससे आपका स्वास्थ्य न केवल अच्छा होगा, बल्कि इससे आपका मनोरंजन भी होगा। डांस केवल डांस नहीं होता, लेकिन यह इससे कुछ अधिक होता है। विश्व भर में जब लोग जागते हैं, तो वह व्यायाम नहीं करते, बल्कि डांस करते हैं।”
गोविंदा ने कहा, “प्राणायाम भी डांस के जरिए ही होता है। आपका दिल खुश रहता है और लोग बिना कहे बात करते हैं। डांस की कई शैलियों और इसके जरिए संपर्क करने के तरीकों को अधिक से अधिक सफलता मिल रही है।”
फिल्म जगत में अपने करियर के शुरुआती दिनों में गोविंदा ने डिस्को और ‘स्ट्रीट डांसर’ के माध्यम से अपनी नृत्य शैली को दर्शाया था।
गोविंदा ने इस बारे में कहा, “मेरा डांस तो डांस की तरह था ही नहीं। वह काफी रोचक हिस्सा रहा करता था। लोग कहते हैं कि जब गोविंदा डांस करता है, तो ऐसा नहीं लगता कि वह डांस करता है।”
गोविंदा ने हाल ही में रिलीज हुई फिल्मों ‘किल दिल’ और ‘हैप्पी एंडिंग’ में अपने डांस की झलकियां दिखाई थी।