विजयवाड़ा, 27 अप्रैल (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआर सीपी) का एक और विधायक बुधवार को सत्तारूढ़ तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) में शामिल हो गया। वहीं, विपक्ष के नेता वाई.एस.जगनमोहन रेड्डी अपने लोकतंत्र बचाओ अभियान के प्रति समर्थन जुटाने के लिए दिल्ली के दौरे पर हैं।
प्रकाशम जिले के अद्दांकी से विधायक जी. रवि कुमार ने यहां मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की उपस्थिति में तेदेपा का दामन थाम लिया।
तेदेपा का दामन थामने वाले रवि कुमार राज्य विधानसभा में इकलौते विपक्ष के 14वें विधायक हैं।
वाईएसआर सीपी को उस वक्त एक और झटका लगा, जब जगन की कार्यशैली को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री एम.वी.मैसूरा रेड्डी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
जगनमोहन रेड्डी, पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस.राजशेखर रेड्डी के बेटे हैं।
इस बीच, जगनमोहन ने बुधवार को दिल्ली में वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की और शिकायत की कि तेदेपा आंध्र प्रदेश में अलोकतांत्रित तरीके अपना रही है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि नायडू एक विधायक को 20-30 करोड़ रुपये में खरीद रहे हैं।
जगनमोहन ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी, जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव तथा केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की।
‘इंपरर ऑफ करप्शन’ नामक एक पुस्तिका को जारी करते हुए जगन ने आरोप लगाया कि बीते दो वर्षो के दौरान, चंद्रबाबू नायडू 31 घोटालों में संलिप्त रहे हैं, जो कुल 1.34 लाख करोड़ का है। उन्होंने कहा कि पुस्तिका में घोटालों की पूरी दास्तान है, जिनमें सरकार के कुछ आदेश भी शामिल हैं।
उन्होंने सभी घोटालों की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की।
पिछले सप्ताह जगनमोहन ने प्रदेश के राज्यपाल ई.एस.एल.नरसिम्हन से नायडू की शिकायत की थी।
विपक्ष के नेता ने कहा कि वह राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व निर्वाचन आयोग से मामले की शिकायत करेंगे।
वाईएसआर सीपी ने साल 2014 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कुल 175 में से 67 सीटों पर जीत दर्ज की थी। सदन में वह इकलौती विपक्षी पार्टी है।