एम.पी.आर.डी.सी. द्वारा किये जा रहे 32 हजार करोड़ के कार्य, सड़क विकास निगम के संचालक मंडल की बैठक में मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिये हैं कि सिंहस्थ के दौरान बुनियादी सुविधाओं के विकास की परियोजना में उज्जैन के निकटवर्ती तीर्थ-स्थलों को भी शामिल किया जाए। इसमें ओंकारेश्वर और देवास को विशेष रूप से शामिल किये जाने पर ध्यान दिया जाय। श्री चौहान आज यहाँ मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम के संचालक मंडल की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में बताया गया कि मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम द्वारा 277 परियोजना में 32 हजार 476 करोड़ रूपये के कार्य किये जा रहे हैं।
श्री चौहान ने चित्रकूट में यात्रियों से टोल टैक्स के अतिरिक्त लिये जाने वाले एन्ट्री टैक्स को समाप्त किये जाने की संभावनाओं के परीक्षण के निर्देश दिये। बैठक में निगम द्वारा किये जा रहे कार्यों की बिन्दुवार जानकारी ली गयी। बताया गया कि गत बैठक के सभी निर्णयों का पालन हो गया है। कॉर्पोरेशन द्वारा 8,815 करोड़ रूपये व्यय कर 7,673 किलो मीटर लम्बी 107 सड़क का निर्माण पूर्ण किया गया है। इसी तरह 23 हजार 652 करोड़ रूपये की 7,936 किलो मीटर लम्बी 170 सड़क पर निर्माण कार्य प्रगति पर है। कॉर्पोरेशन द्वारा वर्ष 2012-13 के दौरान भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्य से अधिक की उपलब्धि अर्जित की गई है। भौतिक लक्ष्य 1467 किलो मीटर की तुलना 1517 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया गया। वित्तीय लक्ष्य 2432 करोड़ की तुलना में 3,977 करोड़ व्यय हुए। वर्तमान वित्तीय वर्ष के प्रथम तिमाही में 337 किलो मीटर सड़कों के निर्माण पर 694 करोड़ रूपये व्यय किये गए हैं।
बैठक में लोक निर्माण मंत्री श्री नागेन्द्र सिंह, मुख्य सचिव श्री आर. परशुराम, प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री के.के.सिंह, प्रमुख सचिव वन श्री बसंत प्रताप सिंह, सचिव वित्त श्री मनीष रस्तोगी, सचिव नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री एस.एन.मिश्रा, सचिव खनिज श्री अजातशत्रु और एम.पी.आर.डी.सी. के प्रबंध संचालक श्री विवेक अग्रवाल उपस्थित थे।