केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावनाओं से इनकार करते हुए कहा है कि वह मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में शामिल नहीं हैं।
सिंधिया ने कहा कि मध्य प्रदेश से विधानसभा चुनाव लड़ने की मेरी कोई योजना नहीं है और मैं संसद सदस्य रहूंगा। हालांकि कांग्रेस प्रदेश में सत्ता में लौटेगी। मैं कांग्रेस का कार्यकर्ता हूं और मैं नहीं सोचता कि मैं दौड़ में हूं।
इस वर्ष मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस महासचिव तथा प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने हाल ही में कहा था कि यदि कांग्रेस जीतती है, तो सिंधिया मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदार हैं। सिंह ने कहा था कि मुझे इस बारे में कोई संदेह नहीं है कि यदि पार्टी इस वर्ष विधानसभा चुनाव में जीतती है, तो ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद के मुख्य दावेदार होंगे।
42 वर्षीय सिंधिया ने विश्वास जताया कि कांग्रेस मप्र में सत्ता में लौटेगी। उन्होंने कहा कि छह महीने या साल भर पहले तक मुझे विश्वास नहीं था, लेकिन अब लहर कांग्रेस के पक्ष में बह रही है। लोग अधिक मुखर हो रहे हैं और हताशा कई प्रकार से कई स्तर पर महसूस की जा रही है। भ्रष्टाचार, कुशासन तथा विकास का अभाव सभी के लिए है और मुझे विश्वास है कि कांग्रेस भारत के इस महत्वपूर्ण राज्य में सत्ता में लौटेगी।
केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने कहा कि केंद्र में संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उन्हें जिम्मेदारी सौंपी है और उनका ध्यान अपनी क्षमता के अनुरूप अपनी जिम्मेदारी को पूरा करने पर है।
मध्य प्रदेश के गुना से तीन बार सांसद सिंधिया ने इसके साथ ही कहा कि पिछले एक दशक से वह पहले एक सांसद के तौर पर और बाद में केंद्रीय मंत्री के नाते राज्य के लिए अपनी ओर से हरसंभव कर रहे हैं।