श्रीनगर। प्रथम पूजा के साथ ही शुक्रवार को श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा औपचारिक रूप से शुरू हो गई। शंख-घडि़यालों की गूंज और चारों तरफ बम-बम भोले के जयघोष के बीच हजारों श्रद्धालुओं ने पवित्र हिमलिंग के दर्शन किए। आधिकारिक रूप से रात करीब नौ बजे तक 7,938 श्रद्धालु पवित्र गुफा के दर्शन कर चुके थे। वहीं सूत्रों के अनुसार, दर्शन करने वालों का आंकड़ा 13 हजार के पार है। 55 दिन तक चलने वाली यात्रा 21 अगस्त को रक्षाबंधन वाले दिन संपन्न होगी।
वहीं मौसम की खराबी की वजह से राज्यपाल एनएन वोहरा और श्राइन बोर्ड के सीईओ नवीन कुमार चौधरी प्रथम पूजा में शामिल नहीं हो सके। मौसम ने उनके हेलीकॉप्टर को सोनमर्ग की पहाडि़यां पार करने की अनुमति नहीं दी। बीते एक दशक में यह पहला अवसर है जब राज्यपाल प्रथम पूजा से वंचित रहे हैं। उनकी जगह प्रथम पूजा में पुजारी, सुरक्षाबलों व श्राइन बोर्ड के अधिकारी और कुछ श्रद्धालु शामिल हुए। इस दौरान पवित्र गुफा और आसपास का पूरा वातावरण शिवमय हो उठा।
इससे पूर्व सुबह जब बालटाल और पहलगाम से श्रद्धालु यात्रा शुरू करने लगे तो बारिश शुरू हो गई, लेकिन उत्साहित श्रद्धालुओं की आस्था के आगे मौसम ने हार मान ली और जल्द बारिश थम गई। पहलगाम स्थित नुनवन आधार शिविर में पर्यटन मंत्री गुलाम अहमद मीर और बालटाल में वनमंत्री मियां अल्ताफ ने सुबह पांच बजे श्रद्धालुओं के जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। चंदनबाड़ी से 5531 और बालटाल से 4735 श्रद्धालु पवित्र गुफा की ओर रवाना हुए। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए दोनों यात्रा मार्गो पर सुरक्षा और खानपान के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। वहीं देर शाम तक बालटाल से यात्रा पर गए करीब चार हजार श्रद्धालु दर्शन कर वापसी कर चुके थे।