उज्जैन– उज्जैन में मीडिया के माध्यम से अपने आप को प्रचारित करने वाली स्वयंभू अघोर तांत्रिक शिवानी दुर्गा का महाकाल की नगरी में फर्जीवाड़ा सिंहस्थ शुरू होने के पहले ही सामने आ गया.शिवानी धर्म के माध्यम से अपनी दुकानदारी जमाने के चक्कर में थी .वह मीडिया की नस समझती थी की उन्हें खबर के लिए क्या मसाला चाहिए वह उसने दिया और सिंहस्थ के साथ देश-विदेश में अपने को प्रचारित करने में कामयाब रही.
शिवानी ने लगभग पांच वर्ष पहले इस धंधे की तरफ रुख किया ,शिवानी के साथ दो लड़के सचिन शुक्ला और सौरभ शुक्ला जुड़े और इन्होने बड़े ही सुनियोजित ढंग से इस व्यापार की रूप-रेखा तय की.
शिवानी की खबर छपने के बाद हमने इससे संपर्क किया और बात करने पर हमें पता चला की यह ढोंग कर रही है हमने इसके दावों के बारे में पता लगाया जिसमें यह सामने आया की यह लोगों से झूठ बोल रही है और धोखा दे रही है.इसके द्वारा किये जा रहे सभी दावे झूठे हैं.
कार्यक्रमों में शिरकत के पैसे लेती है शिवानी दुर्गा
उज्जैन के स्थानीय कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए शिवानी पैसे लेती है जो 5000 रुपये से कम नहीं होती.सूत्रों ने बताया की यदि कोई उदघाटन या किसी कार्यक्रम में बुलवाना हो तो उसे यह पैसे देने होते थे.
शिवानी ने हमें चुनौती दी की उसकी खबर छाप कर दिखाएँ बर्बाद कर देगी
शिवानी दुर्गा को जब यह प्रतीत हुआ की उसकी असलियत से हम वाकिफ हो चुके हैं तब वह अपनी असली स्वरूप में सामने आ गयी और हमें धमकाने लगी की खबर लिख कर दिखाओ यदि हिम्मत है तो .यदि खबर लिखी तो बर्बाद कर दूंगीं.
स्थानीय कांग्रेस नेत्री को बनाया जरिया
शिवानी दुर्गा ने स्थानीय कांग्रेस नेत्री पुष्पा चौहान को अपने जाल में फंसाया क्योंकि उसे वे लोग चाहिए थे जो स्थानीय दबदबा रखते हों.पुष्पा चौहान भी इनकी सच्चाई जाने बिना इनसे जुड़ गयीं और चर्चा में आयीं.लेकिन पुष्पा चौहान का उपयोग शिवानी ने आर्थिक मदद एवं संसाधनों की व्यवस्था करने में लिया.पुष्पा चौहान की वजह से शिवानी उज्जैन में अपने को प्रचारित करने में सफल रही.शिवानी के मुरीद स्थानीय न्यायपालिका के लोग भी बन गए और यहाँ तक की शिवानी ने न्यायालय में अघोर पर प्रवचन भी दे डाला जो वह खुद भी नहीं जानती है.उज्जैन का एक बड़ा बुद्धिजीवी वर्ग इस महिला से प्रभावित हुए बिना नहीं रहा.
शिवानी का खुलासा करने पर उसने भेजा हमें कानूनी नोटिस
शिवानी दुर्गा की सच्चाई जब हमने लिखी तो उसके धंधे पर असर होने लगा,इन सबसे तिलमिलाई शिवानी ने हमें कानूनी नोटिस भेजा और जिन वकील के माध्यम से भेजा वे भी फर्जीवाड़ा करने में बहुत आगे हैं उनके दस्तावेजी सबूत हमारे पास मौजूद हैं.
सचिन शुक्ला और सौरभ शुक्ला के साथ देर रात शराब और गाँजा पी कर अय्याशियो का चलता है दौर
शिवानी का अपने पति से तलाक का मुकदमा चल रहा है,उससे इसकी एक बेटी भी है.सचिन शुक्ला और सौरभ शुक्ला के साथ शिवानी भी पश्चिमी सभ्यता की पोषक है.साथ रहने वाली पुष्पा चौहान ने बताया की देर रात तक शिवानी,सचिन और सौरभ गांजा और शराब का सेवन कर नाचते रहते थे.शिवानी इन दोनों का उपयोग अय्याशी के शौक पूरे करने में करती है.शिवानी नासिक कुम्भ में भी इन लोगों के साथ रँगे-हाथों पकड़ी गयी थी वहां से नशे की वस्तुएं और भारी मात्रा में कंडोम बरामद हुए थे.जिस मकान में यह पकड़ी गयी थी वे इस बात की पुष्टि करते हैं लेकिन कुछ प्रभावशाली स्थानीय संतों ने इसे बचा लिया ताकि भारतीय संत समाज पर इसकी वजह से कोई धब्बा ना लगे.
जब हम दोपहर 11 बजे शिवानी के कैम्प पहुंचे तब तक ब्राह्मण वहां हवन कर रहे थे और सौरभ शुक्ल सो रहा था .सचिन शुक्ल भी बहुरूपिया बन भगवा धारण करने लगा था.जीवन शैली इनकी हिप्पियों वाली है ही बस केश-विन्यास परिवर्तित कर ये साधू वेश धर लेते हैं.
इन्हीं दोनों की वजह से और इसकी जीवन शैली से तंग आ कर शिवानी के पति ने इससे अलग होने का फैसला लिया है.शिवानी दुर्गा ने अपना पूरा जाल बखूबी फैलाया लेकिन अपनी आदतों की वजह से वह ज्यादा देर टिक नहीं पायी नशे में वह वो कर गयी जो उसका मूल था और उसकी सच्चाई सबके सामने आई.
शिवानी की सच्चाई जाने बिना कई बड़े मीडिया संस्थानों ने उसकी खबर बनायी और चलाई.ibn 7 जैसे बड़े चैनल को हमने उसे अघोरी बताने और दिखाने पर आपत्ति दर्ज करवाई है.इस हेतु उनसे चर्चाओं का दौर जारी है.
अभी और भी हैं खुलासे शिवानी दुर्गा के इंताजर करिए ……………