कोलकाता, 14 अप्रैल (आईएएनएस)। चुनाव आयोग ने आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने के मामले में पश्विम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी ने यहां गुरुवार को यह जानकारी दी।
आयोग तृणमूल कांग्रेस नेता अणुव्रत मंडल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी करने जा रहा है।
जैदी ने मीडिया को बताया, “हमें पता चला है कि ममता ने आसनसोल को जिला बनाने का वादा किया है। उन्होंने कई अन्य बातें भी कहीं हैं, जिनके लिए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।”
जैदी ने बताया कि तृणमूल के वीरभूम जिले के अध्यक्ष अणुव्रत मंडल ने विपक्षियों के बारे में कहा था कि चुनाव के दिन (17 अप्रैल) उनका नामोनिशान मिटा दिया जाएगा। इसके बाद उन पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
यह पूछे जाने पर कि क्या निष्पक्षता की कमी के आरोपी अधिकारियों का स्थानांतरण किया जाएगा, जैदी ने कहा, “यह आयोग के विचाराधीन है।”
चुनाव आयोग के पूर्ण पीठ के दौरे के पहले कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुनील गुप्ता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए कहा था कि वे कथित तौर पर तृणमूल के इशारे पर काम कर रहे हैं।
इस पर जैदी ने कहा, “ऐसा नहीं है। हमारे मुख्य निर्वाचन अधिकारी अपने स्तर पर पूरी कोशिश करेंगे कि उचित तरीके से चुनाव हों।”
चुनाव आयोग की पूर्ण पीठ ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ दिन भर बैठकें की। पीठ ने 17 अप्रैल को होने जा रहे राज्य विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण से पहले विभिन्न पार्टियों के प्रतिनिधिमंडलों से भी मुलाकात की।
उधर, ममता बनर्जी ने इन सब बातों का असर नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि वह उन तमाम बातों पर कायम हैं, जो उन्होंने कही थीं। वह मंडल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चुनाव आयोग की चेतावनी पर भी बरसीं।
ममता ने कहा, “अणुब्रत को क्यों गिरफ्तार किया जाना चाहिए? क्यों नहीं (माकपा नेता) (मोहम्मद) सलीम को गिरफ्तार नहीं करना चाहिए? अणुब्रत ने किया क्या है? क्यों नहीं (प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष) अधीर (चौधुरी) को गिरफ्तार किया जाना चाहिए? “
ममता ने कहा कि चुनाव आयोग ने 300-350 अफसर बदल दिए। यहां तक कि ‘सबसे शानदार पुलिस अधिकारी’ कोलकाता के पुलिस आयुक्त को हटा दिया। रोजाना पुलिस अधिकारी हटाए जा रहे हैं। आप (चुनाव आयोग) वही कर रहे हैं जो कांग्रेस, भाजपा, माकपा आपसे करने को कह रही हैं।