हैदराबाद, 14 अप्रैल (आईएएनएस)। यहां गुरुवार को अपना एक नया विनिर्माण केंद्र खोलने वाली मोबाइल हैंडसेट निर्माता कंपनी माइक्रोमैक्स ने कहा कि अगले 5-6 साल में वह विस्तार योजना पर 2,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
माइक्रोमैक्स के सह-संस्थापक राजेश अग्रवाल ने संवाददाताओं से कहा कि कंपनी इस साल अपना विस्तार दो-तीन देशों में करेगी।
कंपनी दक्षेस देशों और रूस में पहले से ही कारोबार कर रही है। अब वह अपना विस्तार सीआईएस देशों, अफ्रीका और ईरान में भी करना चाह रही है।
राजेश ने कहा, “2016-17 में हमारी बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 20 फीसदी हो जाने का अनुमान है।” अभी कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 14 फीसदी है।
अंतर्राष्ट्रीय कारोबार कंपनी की आय में आठ फीसदी योगदान करता है।
विस्तार के लिए वित्त जुटाने के बारे में उन्होंने कहा कि कंपनी प्रथम सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) सहित विभिन्न उपाय अपनाएगी।
तेलंगाना के सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री केटी रामाराव द्वारा उद्घाटित नए केंद्र की क्षमता हर महीने 10 लाख हैंडसेट बनाने की होगी। इस केंद्र में कंपनी ने 100 करोड़ रुपये का शुरुआती निवेश किया है।
केंद्र यहां स्थित फैब सिटी में खुला है। इस केंद्र में अभी 700 कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं। यह संख्या अगले दो महीने में बढ़ाकर 1,000 की जाएगी।
भविष्य में इस केंद्र में एलईडी टीवी और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का भी विनिर्माण किया जा सकेगा।
कंपनी का देश में यह दूसरा विनिर्माण केंद्र है। एक अन्य केंद्र उत्तराखंड में है। दोनों केंद्रों से कंपनी की कुल विनिर्माण क्षमता 12 लाख मासिक हो जाएगी।
शेष हैंड सेट का निर्माण कंपनी चीन में करती है। कंपनी तीसरा केंद्र राजस्थान में अगले छह महीने में खोलेगी।