उज्जैन। सिंहस्थ महाकुंभ का हिस्सा बनने के लिए देशभर से साधु-संत और श्रद्धालु उज्जैन पहुंच रहे हैं। भले ही कुंभ को 22 अप्रैल को शुरू होना है लेकिन जब तक ग्वालियर में रहने वाले एक मुस्लिम शख्स की भेंट महाकाल के दरबार में नहीं पहुंचेगी तब तक इस महाकुंभ की शुरूआत नहीं की जाएगी।
उज्जैन सिंहस्थ-2016 की शुरूआत मोहम्मद रफीक की चढ़ाई गई भेंट से होगी। उनकी बनाई गई पगड़ी महाकाल के कोतवाल कालभैरव को चढ़ाने के बाद ही कुंभ को शुरू किया जाएगा।
ग्वालियर के बालाबाई बाजार में रहने वाले मोहम्मद रफीक पिछले तीन पीढ़ियों से सिंधिया राजघराने के लिए पगड़ी बना रहे हैं। इनकी बनाई हुई पगड़ी ही कालभैरव मंदिर को अर्पित की जाती है। ये परंपरा करीब 100 साल पुरानी है, जो आज तक कायम है। उज्जैन सिंहस्थ के लिए रफीक भाई को 10 पगड़ियां बनाने का ऑर्डर मिला था, जो जल्द ही पूरी होने वाली हैं। इसके लिए रफीक भाई ने दिन-रात मेहनत कर सभी पगड़ियों को अपने हाथों से तैयार किया है।
रफीक भाई ने बताया कि कालभैरव मंदिर में पगड़ी अर्पित करने के लिए बड़े-बड़े उद्योपति, क्रिकेटर और राजनेता उनसे पगड़ी बनवा चुके हैं। जिनमें अनिल अंबानी, सचिन तेंदुलकर, गोविंदा, यशोधरा राजे और सिंधिया परिवार शामिल है।
10 दिन लगते हैं एक पगड़ी में
मोहम्मद रफीक ने बताया कि एक पगड़ी को बनाने में करीब 10 दिन का समय लगता है। इसके लिए कपड़े पर रंग और स्टार्च लगाकर फ्रेम में कसकर पगड़ी तैयार की जाती है