उपराष्ट्रपति द्वारा विकास के लिये मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान का सम्मान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कभी बीमारू कहा जाने वाला मध्यप्रदेश आज देश का सबसे तेज विकास करने वाला राज्य है। सरकार ने विकास की प्राथमिकताएँ तय कर कार्य की नीति बनायी और 11वीं पंचवर्षीय योजना मंे मध्यप्रदेश की विकास दर 10.20 प्रतिशत रही। कृषि विकास दर पिछले साल 18.9 प्रतिशत थी। इस वर्ष कृषि विकास दर में 13.33 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है। उन्होंने कहा कि विकास दर पर्याप्त नहीं है, जब तक विकास का लाभ आम आदमी तक न पहुँचे। प्रदेश मेें विकास की दौड़ में पीछे रह गये लोगों तक विकास पहुँचाने की पहल की गयी है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज नई दिल्ली में हिन्दुस्तान टाइम्स ग्रुप के बिजनेस समाचार पत्र मिन्ट द्वारा इन्स्टीट्यूट फॉर कम्पीटिटिवनेस के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम मोस्ट कम्पटीटिव स्टेट 2013 अवार्ड की ”चेन्ज ओवर इकोनोमीज केटेगरी” अवार्ड प्राप्त करने के बाद सम्बोधित कर रहे थे। अवार्ड उपराष्ट्रपति डॉ. हामिद अंसारी ने प्रदान किया। मध्यप्रदेश को यह अवार्ड व्यापार की सकारात्मक स्थितियों को ध्यान में रखते हुए दिया गया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश में अगले महीने तक गॉवों मंे 24 घंटे सातों दिन बिजली मिलेगी। उन्होंने बताया कि अगले साल तक प्रदेश का विद्युत उत्पादन 10 हजार 600 मेगावाट से बढ़कर 20 हजार मेगावाट हो जाएगा। उन्होंने नदी जोड़ों परियोजना की जानकारी दी। प्रदेश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों ने विकास मंे आगे बढ़कर देश की प्रगति में योगदान दिया है।
श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में विकास का ऐसा वातावरण बन गया है कि अब बड़े औद्योगिक घराने मध्यप्रदेश में उद्योग लगाने आ रहे हैं। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश में कुशल श्रम शक्ति के विकास पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
इस अवसर पर केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री मनीष तिवारी, दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित, हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपिन्दर सिंह हुड्डा, आन्ध्र प्रदेश की गृहमंत्री श्रीमती गीता रेड्डी, महाराष्ट्र के वन मंत्री श्री पद्मराव कदम, गोवा के स्वास्थ्य मंत्री श्री श्रीकान्त बारस्कर, बिहार, गुजरात के वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।