कमला का जन्म 11 दिसंबर, 2001 को मैत्रीबाग में ही हुआ था। उसके पिता का नाम तरुण और मां का नाम तापसी था। उन दोनों को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर स्थित नंदन कानन जू से लाया गया था।
इस सफेद बाघिन ने अपने जीवनकाल में पांच शावकों को जन्म दिया था। वह अपने बच्चों का विशेष ध्यान रखती थी। उसके बच्चों ने देश में भिलाई मैत्रीबाग चिड़ियाघर का नाम रोशन किया है।
कमला के पांच शावकों में से तीन- गायत्री, दिवाकर व यशोधरा को गुजरात के राजकोट जू में भेजा गया है। इन तीनों के बदले मैत्रीबाग प्रबंधन को वहां से एशियाटिक शेर प्राप्त हुए थे। उसके शेष दो शावक अभी मैत्रीबाग में ही हैं।
मैत्रीबाग चिड़ियाघर में इस समय सफेद बाघों की संख्या 8 है। इनमें 6 नर व 2 मादा है। वन विभाग के अधिकारी एवं मैत्रीबाग पं्रबधन के अधिकारियों व कर्मचारी की उपस्थिति में कमला का अंतिम संस्कार सम्मानपूर्वक किया गया।