कोल्लम, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। केरल सरकार ने रविवार को यहां मंदिर में लगी भीषण आग की न्यायिक जांच के आदेश दिए। साथ ही मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है।
मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने यहां एक विशेष कैबिनेट बैठक के बाद बताया कि केरल पुलिस की अपराध शाखा भी पेरावुर कस्बे के पुत्तिंगल देवी मंदिर परिसर में त्रासदी की जांच करेगी।
हादसे में 350 से अधिक लोग घायल भी हुए हैं। इनमें कई की हालत गंभीर है।
मंदिरों में आतिशबाजी समारोहों पर प्रतिबंध लगाए जाने के बारे में पूछे जाने पर चांडी ने कहा कि धार्मिक संस्थाओं के साथ जुड़े कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाना व्यावहारिक नहीं होगा।
उन्होंने कहा, “बहुत लोग इसे भावनात्मक रूप से देखते हैं क्योंकि यह उनकी संस्कृति और परंपरा का हिस्सा है। मुझे नहीं लगता कि इस पर प्रतिबंध लगाना व्यावहारिक होगा।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “इसके बजाय, सबसे बेहतर तरीका सख्त दिशा निर्देश लाना और ऐसे कार्यक्रमों पर नियंत्रण लगाना है, यह सुनिश्चित करना है कि सुरक्षा के साथ समझौता नहीं किया गया है।”
उन्होंने कहा, “इस हादसे से हम सबकी आंखे खुलनी चाहिए और दिशा-निर्देशों के साथ सहयोग करना चाहिए ताकि यह ठीक ढंग से चल सके।”
न्यायिक जांच उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश कृष्णन नायर और अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) नलिनी नेट्टो को दी गई है।
चांडी ने कहा, “न्यायिक जांच के लिए छह महीने का समय दिया गया है। इसके साथ अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अनंथा कृष्णन अपराध शाखा की जांच का नेतृत्व करेंगे।”
ओमान चांडी ने मृतकों के परिजनों के लिए 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल लोगों को 2 लाख रुपये, घायलों को 50 हजार रुपये देने का ऐलान किया।
उन्होंने कहा, “राज्य सरकार घायलों की चिकित्सा का खर्च भी उठाएगी।”
इस बीच, पुलिस ने आतिशबाजी के लिए जिम्मेदार ठेकेदार सुरेंद्रन और उसके बेटे उमेश के स्टाफ के पांच सदस्यों को हिरासत में लिया है।
सुरेंद्रन और उमेश दोनों तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती हैं। सुरेंद्रन की हालत गंभीर है जबकि उमेश 50 प्रतिशत जल गया है।