लंदन, 3 अप्रैल (आईएएनएस)। चंद्रमा पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस पर अब तक ध्यान नहीं दिया गया था, लेकिन एक नए शोध के मुताबिक जियोडाइनामो चंद्रमा की वजह से ही सक्रिय बना हुआ है।
पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र सूर्य के आवेशित कणों और विकिरण से स्थाई रूप से हमारी सुरक्षा करता है। यह एक कवच की तरह हमारे लिए कार्य करता है।
यह कवच जियोडाइनमो द्वारा निर्मित है, जो पृथ्वी के बाहरी केंद्र में तेजी से गति करने वाले तरल लोहे के पदार्थ हैं।
एक क्लासिकल मॉडल के अनुसार, इस चुंबकीय क्षेत्र को बनाए रखने के लिए पृथ्वी के केंद्र को लगभग 4.3 अरब सालों तक 3,000 डिग्री सेल्सियस तक ठंडा रहने की आवश्यकता थी। इस बात को खारिज करते हुए फ्रांस की नेशनल सेंटर फॉर रिसर्च सेंटर और ब्लेस पास्कल युनिवर्सिटी के शोधार्थियों ने कहा है कि इसका तापमान अभी तक केवल 300 डिग्री सेल्सियस तक ही कम हुआ है।
शोध के अनुसार, पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र को उत्पन्न करने के लिए इतनी ऊर्जा पर्याप्त है।
उदाहरण के लिए देखा जाए तो वैज्ञानिकों के पास गुरुत्वाकर्षण शक्तियों द्वारा ग्रह के चुंबकीय क्षेत्र पर पड़ने वाले प्रभावों के लिए बृहस्पति के संबंध में दस्तावेज मौजूद हैं।
यह नया शोध मॉडल बताता है कि पृथ्वी पर चंद्रमा का प्रभाव केवल ज्वार-भाटा तक ही सीमित नहीं है।
यह शोध ‘अर्थ एंड प्लेनेटरी साइंस लेटर्स’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।