कोलकाता, 2 अप्रैल (आईएएनएस)। आईसीसी टी-20 विश्व कप का खिताब दूसरी बार जीतने के लिए वेस्टइंडीज और इंग्लैंड की टीमों के बीच रविवार को ईडन गार्डन्स स्टेडियम में कड़ा संघर्ष देखा जाएगा।
दोनों ही टीमों ने इस खिताब को एक-एक बार हासिल किया है और दूसरी बार इस पर कब्जा जमाने के लिए तत्पर हैं।
टूर्नामेंट की शुरुआत में किसी को भी उम्मीद नहीं थी कि इंग्लैंड और वेस्टइंडीज फाइनल में कदम रख पाएंगी। इसका कारण यह है कि दोनों टीमें न तो अच्छी फार्म में हैं और न ही दोनों के पास उपमहाद्वीपीय हालात में अच्छा प्रदर्शन करने का अनुभव है।
इंग्लैंड जहां एक ओर पिछले साल 50 ओवर विश्व कप में पहले ही दौर में बाहर होने के झटके से उबर रहा था, वहीं वेस्टइंडीज के खिलाड़ी अपने ही क्रिकेट बोर्ड से जूझ रहे थे।
टूर्नामेंट में पहली बार दोनों टीमों का सामना ग्रुप-1 में 16 मार्च को हुआ था। इंग्लैंड के 182 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए क्रिस गेल ने अपने शानदार प्रदर्शन का कमाल दिखाया।
गेल ने नाबाद रहते हुए अपना शतक जड़ा और वेस्टइंडीज को छह विकेट से जीत दिलाई।
खिताब हासिल करने के लक्ष्य से न भटकते हुए इंग्लैंड ने जोए रूट की मदद से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत हासिल की।
टूर्नामेंट में अपने बेहतर प्रदर्शन से जगह पाने वाली अफगानिस्तान की टीम ने इंग्लैंड को कड़ी टक्कर दी, लेकिन जीत हासिल नहीं कर पाई।
इंग्लैंड ने श्रीलंका को हराने के बाद जेसन रॉय के 44 गेंदों पर नाबाद 78 रनों की बदौलत न्यूजीलैंड के 153 रनों के लक्ष्य को हासिल कर किया और फाइनल में कदम रखा।
वेस्टइंडीज की टीम ने श्रीलंका को सात विकेट, दक्षिण अफ्रीका को तीन विकेट से हराया, लेकिन अफगानिस्ता के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा।
टूर्नामेंट में फिर से वापसी करते हुए वेस्टइंडीज की टीम ने 30 मार्च को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में हुए मुकाबले में भारत को हराते हुए फाइनल में कदम रखा।
ईडन गार्डन्स स्टेडियम के स्थिति से वेस्टइंडीज के हरफनमौला स्पिन गेंदबाज भली-भांति परिचित हैं और फाइनल में भी वह भारत के खिलाफ अपनाई गई योजना के मुताबिक ही खेलेंगे।
क्रिस गेल, लेंडल सिमंस जैसे बल्लेबाजों को देखा जाए, तो वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी काफी सशक्त है, लेकिन इंग्लैंड के पास भी जेसन रॉय, एलेक्स हेल्स, जोए रूट और जोस बटलर जैसे खिलाड़ी हैं, जो मुकाबले का रुख बदलने में सक्षम हैं।
रविवार को होने वाले फाइनल मुकाबले से पहले रूट ने यहां संवाददाताओं को बताया, “हम अपनी इच्छानुसार ही अपना सकारात्मक खेल जारी रखेंगे। रविवार को भी यहीं करने की योजना है। हम वेस्टइंडीज के खेल से परिचित हैं। उन्हें हराने के लिए हमें अच्छा खेलना होगा।”
इंग्लैंड के पास काफी युवा और बेहतर गेंदबाज हैं, लेकिन टीम को ईडन गार्डन्स स्टेडियम में ही 1987 में 50 ओवर विश्व कप टूर्नामेंट में आस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।
दोनों ही टीमें अपनी खामियों पर नियंत्रण करते हुए इस खिताब को दूसरी बार जीतने के लिए भरसक प्रयास करती दिखेंगी और इसका इंतजार क्रिकेट प्रेमी बड़ी बेसब्री से कर रहे हैं।
टीम (संभावित) :
वेस्टइंडीज : डैरेन सैमी (कप्तान), क्रिस गेल, लेंडल सिमंस, जॉनसन चार्ल्स, मार्लन सैमुएल्स, ड्वाएन ब्रावो, दिनेश रामदीन (विकेटकीपर), आंद्रे रसेल, कार्लोस ब्राथवेट, सैमुएल बद्री, सुलेमान बेन, एविन लेविस, जेसन होल्डर, एश्ले नर्स और जेरोम टेलर।
इंग्लैंड : इयोन मोर्गन (कप्तान), जेसन रॉय, एलेक्स हेल्स, जोए रूट, बेन स्टोक्स, जोस बटलर (विकेटकीपर), मोइन अली, क्रिस जॉर्डन, डेविड विली, आदिल रशिद और लियाम डॉसन।