सिडनी, 29 मार्च (आईएएनएस)। विभिन्न क्षेत्रों को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए खोले जाने का देश को लाभी मिला है। यह बात मंगलवार को केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कही।
जेटली ने एसपी जैन स्कूल ऑफ ग्लोबल मैनेजमेंट के सिडनी परिसर में कहा, “भारतीय अर्थव्यवस्था और एफडीआई के लिए पहले अनुपलब्ध रहे बीमा, रेलवे, रक्षा तथा कई अन्य कंपनियों को खोले जाने का हमें फायदा मिला है।” जेटली आस्ट्रेलिया के चार दिवसीय दौरे पर आए हैं।
जेटली ने कहा कि व्यापार की सुविधा बढ़ाने संबंधी कार्य महत्वपूर्ण हैं और इस पर काम जारी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार कराधान प्रणाली को वैश्विक मानक के अनुरूप बनाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा, “भारत में अब स्वीकार किया जाने लगा है कि आज की प्रतिस्पर्धापूर्ण दुनिया में सिर्फ विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के लिए ही नहीं, बल्कि घरेलू निवेशकों को भी निवेश के लिए प्रोत्साहित करने के लिए हमें व्यापार की सुविधा बढ़ानी होगी।”
जेटली ने कहा, “अभी हम प्रत्यक्ष कर प्रणाली पर काम कर रहे हैं। हम विवाद से मुक्त होना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि लोग कर विवादों से मुक्त हों और देश का कॉरपोरेट कर धीरे-धीरे घटते हुए वैश्विक मानक के समीप 25 फीसदी पर आए।”
उन्होंने कहा, “वैश्विक सुस्ती के बीच भी हमारी विकास दर 7.5 फीसदी रही है। हमारे सभी वर्तमान आंकड़े अच्छे हैं और हमारा पूरा विश्वास है कि जैसे-जैसे वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार आता जाएगा और बेहतर मानसून की उम्मीद को देखते हुए ये आंकड़े आने वाले वर्षो में और बेहतर होंगे।”
मंगलवार सुबह जेटली ने न्यू साउथ वेल्स के प्रीमियर माइक बैर्ड से मुलाकात की और आस्ट्रेलियाई कारोबारियों को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।
नई दिल्ली में वित्त मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, बैर्ड ने जेटली से कहा कि जनवरी 2017 में आयोजित होने वाले वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन में वे भारत का दौरा करना चाहते हैं।
जेटली ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की सिडनी शाखा का भी उद्घाटन किया।