नई दिल्ली, 28 मार्च (आईएएनएस)। उद्योग जगत के एक प्रमुख संगठन ने सोमवार को कहा कि सरकार की संशोधित रक्षा खरीद प्रकिया (डीपीपी 2016) से छोटे और मझोले उद्यमियों के रक्षा उत्पादन में भाग लेने का मौका मिलेगा।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के मुताबिक, डीपीपी 2016 से न सिर्फ बड़ी कंपनियों (ओईएम- मूल उपकरण निर्माता) को फायदा होगा, बल्कि इससे रक्षा परियोजनाओं में एसएमई (छोटी और मझोली कंपनियां) को भी शामिल होने का मौका मिलेगा।
सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा, “डीपीपी 2016 में घरेलू कंपनियों द्वारा डिजाइन किए गए, विकसित और विनिर्मित उपकरणों की खरीद पर जोर दिया गया है, इससे देश में डिजाइन गतिविधियों में इजाफा होने की उम्मीद है।”
बनर्जी ने कहा कि डीपीपी 2016 स्वदेशी निर्माण को बढ़ावा देगा, जो सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम को रक्षा क्षेत्र में बढ़ावा देगा।